जिन व्यापारियों ने पुलिस का बढ़ाया मान उन्ही का हुआ अपमान
भदोही । गुरुवार की शाम 5 बजने में अभी 15 मिनट बाकी थे किन्तु जिले के एक बाजार में व्यापारियों की आंखो में भय दिखने लगा । जिनकी दुकान में ग्राहक नहीं थे वे धड़ाधड़ अपना शटर गिराने लगे और जिनकी दुकान पर ग्राहक थे । व्यापारी उनसे जल्दी बाहर निकलने की गुजारिश करने लगे । ऐसा लग रहा था जैसे पाँच बज गए तो उनपर क़हर टूट पड़ेगा । व्यापारियों की आंखो में साफ साफ भय परिलक्षित हो रहा था । यह भय किसी और से नहीं बल्कि पुलिस के उस अधिकारी से था जिसके मान सम्मान को बढ़ाने के लिए व्यापारियों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी । अपनी मेहनत की कमाई गरीबों में बाट दी, किन्तु श्रेय खुद नहीं लिया बल्कि उस पुलिस के उसी अधिकारी का मान बढ़ाया जिससे अपमानित होने का खौफ उन्हे सता रहा है।
बता दें कि जिले में कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कुल 9 थाने बनाए गए हैं । जिले के 8 थानो पर तो भदोही के पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह के दिशा निर्देशो का पालन होता हैं किन्तु जिले का एक थाना ऐसा भी है जहा के कोतवाल ही थाना क्षेत्र के एसपी बने हुए हैं। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है कि इस थाने के कोतवाल खुद को “टाईगर” कहलवाना पसंद करते हैं । जबकि पुलिस विभाग में टाइगर का संबोधन एसपी के लिए किया जाता है।
इस बाजार के व्यापारियों की बात करे तो देश में लॉकडाऊन होने के बाद गरीबों का पेट भरने की जो जिम्मेदारी प्रशासन को निभाना चाहिए था उसे बाजार के व्यापारियों ने उठाया । सरकारी स्तर पर सिर्फ बड़ी बड़ी घोषणाएं होती रही किन्तु यहा के व्यापारियों ने अपनी दुकानें भले ही बंद रखी किन्तु उन्मुक्त भाव से अपना दिल खोल दिया । जिससे जो भी हो सका उसने राशन की व्यवस्था की और श्रेय खुद ना लेकर अपने थाने के प्रभारी को दिया । भारी मात्रा में राशन थाने को उपलब्ध कराया गया ताकि इस थाना क्षेत्र में एक भी व्यक्ति भूखा ना सोए ।
वही लॉकडाऊन में राहत मिलने के बाद व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोली । जिले के पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी नियम व शर्तो के अनुसार चंद सेवाओ को छोड़कर बाकी सभी दुकानो को शाम छः बजे तक खोलने का आदेश हुआ । किन्तु जिले के इस बाजार में 5 बजे के बाद दुकानें खोलने वालों को अपमानित होना पड़ा । पहले ही दिन बाजार के 25 दुकानदारों को पुलिस ने पकड़कर थाने बुलवा लिया । हालांकि उन्हे सिर्फ चेतावनी देकर ही छोड़ दिया गया और बोला गया कि यदि पाँच बजे के बाद दुकान खुली तो उनके ऊपर जुर्माना लगाने के साथ कानूनी करवाई भी की जयेवी । जिससे व्यापारियों में दहशत व्याप्त हो गई और पाँच बजने से पहले ही बाजार में सन्नाटा छा गया ।
जी हाँ ! हम बात कर रहें हैं भदोही के सुरीयावा बाजार की । जहा लॉकडाऊन में गरीबों का पेट भरने के लिए व्यापारी पुलिस की हरसंभव मदद किए और आज भी कर रहें हैं । किन्तु कोतवाल विजय प्रताप सिंह की दहशत भी उनके दिलों में बस गई है । जिसका खौफ शाम को व्यापारियों के चेहरो पर साफ दिखाई देता है।
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