गरीबी की जलालत झेल रही और अपने पति को अभी चंद दिन पहले खो चुकी एक ब्राह्मण विधवा को ग्राम प्रधान के खिलाफ सच बोलना भारी पड़ गया है। ग्राम प्रधान ने महिला को झूठा करार देते हुये उस पर चरित्रहीन होने का आरोप लगा दिया है।
बता दें कि गत दिनों भदोही जिले के मोढ़ क्षेत्र अंतर्गत बरमोहनी गांव में विद्याशंकर दीक्षित नामक एक गरीब ब्राह्मण ने भुखमरी से त्रस्त होकर आत्महत्या कर लिया था। जब इस मामले में हमार पूर्वांचल ने पड़ताल शुरू की तो उस गरीब की दुर्दशा देखकर सरकार के सिस्टम की व्यवस्था पर शमिन्दा होना पड़ा। इस परिवार में सिर्फ दो ही लोग रहते थे। एक विद्यासागर दीक्षित जो पेट न भरने से विवश होकर आत्महत्या कर लिया और दूसरी उसकी पत्नी जो अपनी दुर्दशा का रोना रोते हुये बताया कि उसे सरकार द्वारा कोई सुविधा नहीं मिली है।
विधवा ने बताया था कि आवास के लिये ग्राम प्रधान देवी प्रसाद ने उससे 20 हज़ार रूपये मांगे थे। जब इस बारे में ग्राम प्रधान से बात की गयी तो उन्होंने विधवा महिला को झूठा करार देते हुये उसे चरित्रहीन बता डाला और पति की मौत का जिम्मेदार भी महिला को बताया। प्रधान का कहना था कि महिला लोगों के बहकावे में आकर उसके खिलाफ बोल रही है।
ऐसे घूसखोर प्रधान के खिलाफ होनी चाहिए कार्यवाही