मुम्बई। काशी-प्रयाग मध्य (भदोही संसदीय) क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’ चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। भदोही और दिल्ली के बाद मुंबई में भी समस्याओं ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और यहां भी भदोहीवासी ‘मातृभूमि सपूतों’ ने घेर लिया।
गौरतलब है कि काशी-प्रयाग मध्य में कुछ महीनों पूर्व स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों ने सार्वजनिक ‘सोलर लाइट’ का अपने कार्यकर्ताओं एवम् करीबियों के लिए ऐसा सदुपयोग किया कि कई प्राचीन सार्वजनिक मंदिर में बैठे देवी-देवताओं को उक्त ‘सोलर लाइट’ का ऊँजाला नसीब ही नहीं हुआ। ‘मातृभूमि संकल्प’ अकोढ़ा के युवा नेतृत्वकार सुरेंद्र पाठक (गुड्डू) की धार्मिक टीम ने इस पर जहां मुहिम छेड़ रखी है, वहीं ‘सांसदजी’ ने भी इस संवाददाता से उक्त खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए चूक स्वीकार किया एवम् शीघ्र ही स्वयं के निरीक्षण में कुछ सार्वजनिक मंदिरों पर ‘सोलर लाइट’ लगवाने का आश्वासन दिया।
विश्वत राजनीतिक सूत्रों की मानें तो किसी तरह काशी-प्रयाग मध्य (भदोही जिला) से मामला अधिवेशन के मद्देनजर ठंडा किया गया, लेकिन दिल्ली में भी आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन खेमें की मुरीद हो रही सीट से बढ़ते खतरे ने भी थोड़ा बेहाल किया है। खैर..मुंबई में रह रहे हजारों भदोहीवासियों को बिना सूचना दिये गुप्त रूप से एक आयोजन में आये थे, लेकिन यहां भी ‘मातृभूमि संकल्प’ कार्य समर्थकों ने घेर लिया। एक संगठन ने के मुताबिक विगत 2 दिसंबर को संस्था द्वारा घोषणा किया गया था कि रोजगार उपलब्ध ना करा पाने के कारण मुबंई में उत्तर भारत के लोग पलायन करके आते हैं तो उत्तर प्रदेश व बिहार के किसी भी सांसद विधायक को मुबंई महाराष्ट्र प्रवास पर उनका विरोध किया जायेगा। काशी-प्रयाग मध्य के इस मुहिम का विशेष उद्घाटन भदोही के सांसद विरेन्द्र सिंह ‘मस्त’ से भी हो गई।
व्यक्तिगत काम से आये थे ‘सांसदजी’
संगठन की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक ‘हमें सूचना मिली कि रविवार 23 दिसंबर को पारिवारीक व्यक्तिगत काम से भदोही उत्तर प्रदेश के सांसद विरेन्द्र सिंह जी मुबंई आए है, पता लगाने पर ज्ञात हुआ की वे घाटकोपर में है सूचना की सत्यता जानने के बाद टीम घाटकोपर उनके स्थान पर पहुंची और हमने अपना विरोध व अपनी बात रखा।’
लोकसभा में उठायेंगे मांग
संस्था के मुताबिक उत्तर प्रदेश में रोजगार व उद्योग धंधे के लिए उपलब्धता पर संगठन लड़ाई का सर्मथन ‘सांसदजी’ ने किया। ज्ञापन को स्वीकार करते हुए यह आश्वासन दिया कि संगठन की मांग को लोकसभा मे रखेंगे और माननीय प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री जी से व्यक्तिगत मिलकर जल्द ही इस विषय मे ठोस कदम उठाएंगे।’
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