रिपोर्ट संतोष तिवारी
भदोही। सरकार की योजनाओं का सही लाभ पात्र व्यक्ति को मिले व देश में भ्रष्टाचार समाप्त हो, इसी मिशन पर सरकार काम करने की बात करती है लेकिन सरकारी नुमांइंदों के ऊपर इसका प्रभाव पड़ने वाला नही हैl सरकार के अधिकारी व कर्मचारी सरकार की योजनाओं की धज्जियां उड़ाने में बाज नही आते है, क्योंकि धज्जियां उड़ाने के पहले वे अपनी सेटिंग किये है जिससे उनके खिलाफ की गई शिकायत पर कोई खास कार्यवाही नही होगी। रही बात शिकायतकर्ता की तो वह पीडित है तभी तो शिकायत किया है या जानकारी चाहता है, यदि वह बडी पकड़ वाला होता तो नेंताओं से कहकर काम करा लेता या जानकारी ले लेता। एक ताजा मामला डीघ ब्लाक के बेरासपुर गांव का है जहां दिव्यांग रजनीश दूबे ने सूचना के अधिकार के तहत ग्रामसभा के कोटे की दुकान से जुडी सूचना सूचना मांगी थी लेकिन जिला आपूर्ति कार्यालय ने सूचना न उपलब्ध कराई।
मालूम हो कि बेरासपुर के दिव्यांग रजनीश ने अपने गांव की कोटे की दुकान से जुडी सूचनायें 21फरवरी 2018 को मांगी थी लेकिन विभाग ने सूचना न उपलब्ध कराईl पुन: रजनीश ने 6 अप्रैल को रिमाइंडर दिया लेकिन विभाग के कान पर जूं तक न रेंगा और रिमाइंडर देने के दो माह बाद भी सूचना न देना कही न कही विभाग व कोटेदार की मिलीभगत के तरफ इशारा करता है।
रजनीश ने बताया कि जब सूचना की बाक कहते है तो कर्मचारी कहते है कि उपलब्ध करा दी जायेगीl ज्ञात हो कि बेरासपुर के ही वेद प्रकाश तिवारी ने भी 28 फरवरी 2018 को सूचना मांगी जो आज न मिल सकीl यदि विभागों का रवैया ऐसे ही रहेगा तो सरकार की सभी योजनाओं का लाभ जनता तक न पहुंच सकेगा और भ्रष्टाचार कभी भी नही रूकेगा।
[…] सूचना के अधिकार की धज्जियां उड़ा रहा ह… […]