नफरतों का जहर सारी बस्तियों में घुल गया
प्यार के किस्से किताबों में ही लिक्खे रह गए
-फजल ताबिश
सोशल मीडिया का यदि सदुपयोग किया जाय तो यह फायदेमंद भी है किन्तु इस मंच का जितना दुरूपयोग समाज में विद्वेष फैलाने के लिये किया जा रहा है उतना किसी के हित के लिये नहीं। कुछ मूढ़ लोग बिना सोचे समझे किसी भी खबर को वायरल करना शुरू कर देते हैं, भले ही उसकी सच्चाई कुछ और हो। समाज पर उसके अच्छे या बुरे असर भी पड़े सकते हैं यह शायद कोई नहीं सोचता है। ऐसे ही एक फर्जी खबर को लेकर देश के उभरते हुये एक मशहूर शायर की वह तस्वीर जो हिन्दू मुस्लिम एकता की प्रतीक है, उसे बलात्कारी और हत्यारा साबित करने की कोशिस कीजिये, जानिये क्या है वायरल तस्वीर का सच।
अक्सर लोगों को जब कोई सनसनी वाली खबर सोशल मीडिया पर मिलती है तो उसकी सच्चाई जाने बिना वायरल कर देते हैं। जिससे लोगों की भावनायें ही आहत नहीं होती बल्कि दंगे फसाद भी हो जाते हैं। किसी ऐसे मैसेज को पोस्ट करने से या उस मैसेज को वायरल करने से यदि समाज में कानून व्यवस्था भंग होती है। समाज पर उसका गलत असर पड़ता है तो वह कानूनन अपराध है किन्तु प्रशासन भले ही इस बारे में कानून बना दिया हो किन्तु कभी सख्त कार्रवाई नहीं करता जिससे समाज प्रदूषित हो रहा है।
सबसे पहले इस स्क्रीन शाट को देखें —
सोशल मीडिया में दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जिसमें एक हिन्दू महिला एक मुस्लिम युवक को राखी बांध रही है और दूसरी तस्वीर में महिला घायल अवस्था में पड़ी है। इस तस्वीर के बारे में कहा जा रहा है कि जिस मुस्लिम को राखी बांधी गयी उसी ने महिला का बलात्कार किया। इस शख्स को कांग्रेस का नेता बताया जा रहा है। और यह तस्वीर गोंडा जिले की बताया जा रही है। तस्वीर के साथ लिखा है कि, ‘यूपी के गोंडा में हिंदू महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई थी, 27 अगस्त को गफूर खान ने नीरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और नीरू से बलात्कार करके, मार पिटाई करके घर से भाग गया।’
सबसे पहले आपको बता दें कि तस्वीर में दिख रहा युवक मुस्लिम ही है, लेकिन यह कोई गफूर खान नहीं बल्कि पूर्वांचल में कालीन नगरी के नाम से मशहूर भदोही जिले का एक चर्चित व्यक्ति है, जिसका नाम रेहान हाशमी है। रेहान हाशमी एक मशहूर शायर हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन पूरे देश में करते रहते हैंं। मुम्बई दिल्ली सहित तमाम बड़े शहरों में आयोजित होने वाले बड़े बड़े मुशायरे व कवि सम्मेलन में अपनी प्रतिभा का परचम बिखेर चुके हैं। देश का कोई ऐसा नामचीन शायर नहीं होगा जिसके साथ रेहान हाशमी ने मंच न शेयर किया हो।
यहीं नहीं भदोही में रेहान हाशमी की शख्शियत एक शायर की ही नहीं बल्कि एक समाजसेवी की भी है। गर्मी हो सर्दी जहां भी किसी को जरूरत पड़ी सहायता करने दौड़ पड़े। ठंड के समय में जगह जगह अलाव जलवाना, गरीबों में कंबल बांटना और अपनी समाजसेवा का कोई बखान भी न करना रेहान की पहचान है। रेहान ने किसी की सहायता करते हुये यह नहीं देखा कि वह हिन्दू है या मुसलमान।
लोग अफवाहों पर उत्तेजित हो जाते हैं और यह नहीं सोचते कि उन अफवाहों से किसी के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अफवाहों के चलते समाज पर क्या असर पड़ेगा। अफवाहों से कितने लोगों की सोच दूषित होगी। शायर रेहान हाशमी की शख्सियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह अपने मित्रों के साथ होली दीपावली सभी त्योहार मनाते हैं। रेहान के लिये सभी त्योहार भारतीय संस्कृति के अंग हैं।
वहीं जो महिला रेहान हाशमी को राखी बांध रही हैं वे भी भदोही के चर्चित चेहरों में शामिल हैं। राखी बांध रही श्रीमती वंदना जायसवाल भदोही जिले के जमुनीपुर ग्रामसभा की प्रधान हैं और कालीन व्यवसायी समाजसेवी प्रकाश जायसवाल की धर्मपत्नी हैं। वंदना जायसवाल रेहान को अपना भाई मानती हैं और राखी बांधती हैं।
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सोशल मीडिया में साथ वाली तस्वीर में महिला गंभीर हालत में अस्पताल के बिस्तर पर पड़ी दिख रही है। ऐसा दावा किया गया है कि मारपीट और बलात्कार के बाद महिला की यह हालत हो गई है लेकिन यह झूठ है। तस्वीर 21 नवंबर 2016 की है। यह तस्वीर कानपुर के एक अस्पताल में रेल हादसे की शिकार हुई घायल महिला की है। इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थी और कई यात्री मारे गए थे। फोटो असोसिएटेड प्रेस यानी एपी की है।
सोचने वाली बात है कि समाज में कुछ ऐसे अराजकतत्व पैदा हो गये हैं जो किसी भी तस्वीर को कहीं से जोड़कर समाज को दूषित करने का माध्यम बना लेते हैं। वहीं ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिये कुछ लोग बिना सोचे समझे शेयर करना शुरू कर देते हैं। किसी भी तस्वीर को शेयर करने से पहले यह सोचना चाहिये कि इसकी सत्यता क्या है और समाज पर इसका क्या असर पड़ेगा।
शानदार कलम चली है।सर
[…] […]
वहुत बढ़ीया
हरिश जी कुछ जानकारी सही हो सकती पर सभी बातें सही नहीं है. पुरी बात से मै सहमत नहीं हूं.