जंगीगंज (भदोही): औषधीय गुणों से भरपूर श्रीफल (बेल) बाजार में दिखने लगा है। हालांकि कीमत अधिक होने तथा इसके गुणों से अनजान होने के कारण अधिक लोग इसका सेवन नहीं करते जबकि हर्बल विशेषज्ञों की माने तो पेट संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए इसका उपयोग बेहद लाभदायक होता है।
बेल अक्सर गर्मी में ही देखा जाता है। दिलो दिमाग को तरोताजा रखने वाले बेल में कई औषधीय गुण भी होते हैं जिससे अधिकतर लोग अनजान हैं। कहीं इसे श्रीफल के नाम से जाना जाता है तो कहीं शांडलू के नाम से इसकी पहचान है। जानकारों के अनुसार बेल उदर संबंधी रोगों में रामबाण का काम करता है। विशेषकर गर्मी के दिनों में इसका सेवन करने से संक्रामक रोग पेचिस, दस्त सहित बवासीर, आंत जनित रोगों में बेहद लाभदायक साबित होता है। योग व हर्बल विशेषज्ञ विजय श्रीवास्तव के अनुसार बेल के गुदे में क्योसिलेज पेक्टिन, शर्करा, टौ¨नस,मामेलोसिन नामक रसायन पाया जाता है। इसके अलावा गैस्ट्रों हेपटेटाइटिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोगों में चमत्कारी प्रभाव दिखाता है। बताया कि धार्मिक ²ष्टि से भी बेल को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। अक्सर इसका पेड़ मंदिरों के आस पास देखा जाता है। मान्यता के अनुसार इसकी जड़ में भगवान शिव का वास होता है तथा बेल के पत्ते उन्हें बेहद पसंद हैं। बताया कि रोगान बिलति-भिन्नति इति बिल्ब, यानी रोगों को नष्ट करने की अपार क्षमता के कारण बेल को बिल्ब कहा गया है।