मुम्बई छुट्टी व शादी विवाह के समय अपने गांव जाने में हो रही परेशानी को देखकर मुम्बई काग्रेंस अध्यक्ष संजय निरूपम के नेतृत्व मे काग्रेंस कार्यकर्ताओं एवं मुम्बई पदाधिकारियों को लेकर मोर्चा निकाला तथा जमकर एसटीएम और आरपीए्फ से शिकायत भी की।
बता दें कि भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई, जहां देश के हर कोने से रोजाना कोई न कोई अपने सपनों को पूरा करने चला आता है। आज वही शहर यातायात की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। मुंबई से अपने अपने गांव तक का सफर दिन प्रतिदिन मुश्किल होता जा रहा है। रेल प्रशासन इन यात्रियों के सफर को सुहाना बनाने की हर संभव कोशिश कर रहा है, पर कामयाबी कठिन नजर आ रही है। सेंट्रल रेलवे के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) और लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) से रोजाना दो सौ पाँच गाड़ियां देश के अलग-अलग राज्यों के लिए छोड़ी जाती हैं, जिनमें रोजाना एक लाख सत्तर हजार यात्री सफर करते हैं। इनमें से चौरासी गाड़ियां उत्तर भारत की ओर जाती हैं। जिसमें बिहार,उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के यात्री सफर करते हैं। फिलहाल आलम यह है कि उत्तर भारत जाने के लिए एक भी ट्रेन में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है। इन ट्रेनों में एक लाख दस हजार यात्री चालू की टिकट पर यात्रा करते हैं, जबकि साठ हजार यात्री ही आरक्षण पाने में सफल हो पाते हैं।
पश्चिम रेलवे के अंतर्गत देश के अलग-अलग राज्यों के लिए एक सौ दस गाड़ियां रोजाना रवाना होती हैं। पश्चिम रेलवे से उत्तर प्रदेश की ओर जानेवाली गाड़ियां कम हैं फिर भी दिल्ली-राजस्थान, पंजाब के लिए इस मार्ग पर भी टिकटों की मारा-मारी रहती है। पश्चिम रेलवे से रोजाना तीन लाख यात्री सफर करते हैं। इसमें से अधिकांश बिना आरक्षण के ही यात्रा करने को मजबूर हैं।
इन सारी समस्या से जल्द से जल्द निदान पाने के लिए यह मोर्चा निकाला गया। जहां पर रविन्द्र तिवारी (रवि), अनुपम त्रिपाठी, विनय मिश्रा, प्रमोद प्रजापती,अजय पटेल,विनय पाण्डेय,नूरखान,युनुस इदरीसी आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।