वाराणसी। बीएचयू के सर सुन्दर लाल हाँस्पिटल में मंगलवार को संस्कृत विभाग के छात्र आकाश मिश्रा के साथ जूनियर डाक्टरों की मारपीट हुई थी। देर रात स्टूडेंट की तहरीर पर तीन डाक्टरों के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुक़दमे से नाराज जूनियर डॉक्टर अघोषित हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे बिहार ,झारखंड, यूपी के मिर्जापुर, सोनभद्र, गाज़ीपुर से आये मरीज परेशान है। गैस्ट्रो ,कॉर्डियोलॉजी, न्यूरो, सर्जरी, ईएनटी डिपार्टमेंट में लोगो की भीड़ लगी है।
पीड़ित आकाश मिश्र बीएचयू में शास्त्रीय थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। वह हार्निया का इलाज करा रहा है। आकाश ने बताया कि वह मंगलवार को भी हार्निया के इलाज के लिए अपने साथी प्रसून के साथ सर सुंदरलाल अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में गया था। ओपीडी में बैठे डॉक्टर ने उसे मेडिसिन में रेफर कर दिया। आकाश का आरोप है कि केवल दस मरीजों का इलाज करने के बाद डॉक्टर ने बाकी मरीजों का इलाज करने से मना कर दिया। इस बाबत पूछने पर डाक्टरों ने आकाश व उसके साथी प्रसून पर धारदार औजार से हमला कर घायल कर दिया।
-यही नहीं डाक्टरों ने बीमार और तीमारदार दोनों को ही जमकर पीटा और दोनों को खींचते हुए ओपीडी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिससे आकाश के सिर पर गंभीर चोट आई है। आकाश ने प्राथमिक उपचार कराने के बाद लंका थाने में तहरीर दी है।
सरासर दादागिरी जूनियर डॉक्टरों का ! कार्यवाही की आवश्यकता !