बीपीएमजी स्कूल के निदेशक विनय चौरसिया ने यातायात जागरूकता के तहत बांटे हेलमेट
सुरियावां। अपने नाम काम और दायित्व बोध के क्रियान्वयन के लिये विख्यात सुरियावां के बीपीएमजी पब्लिक स्कूल का वह खुशनुमा दिन जहां भव्य प्राकृतिक एवं कृत्रिम संसाधनों से सजे परिवेश में सिर्फ उदीयमान प्रतिभाओं का ही सम्मान नहीं हुआ बल्कि उन्हें अनुशासन सामाजिक दायित्व एवं यातायात नियमों के पालन करने व कराने के फायदों की जानकारी दी गयी। हजारों की तादात में मौजूद छात्र छात्राओं को अच्छे नागरिक बनकर देश के नवनिर्माण में भूमिका निभाने की प्रेरणा दी गयी। बढ़ते प्रदूषण से होने वाले नुकसान और इससे निजात पाने के लिये पेड़ पौधे और वानिकी के विकास में सहयोग की सीख दी गई। इस ऐतिहासिक भव्य आयोजन के मुख्य अतिथि भदोही जिला अधिकारी गौरांग राठी और पुलिस कप्तान डा. अनिल कुमार रहे। हालांकि लखनऊ राज्य मुख्यालय से जारी एक उच्च वीडियो कांफ्रेंसिंग के कारण दोनों आला अधिकारी समय पर तो कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए, किंतु उनका नेतृत्व पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय कुमार चौहान ने किया। उनके साथ यातायात जागरूकता अभियान के संचालन का दायित्व संभाल रहे निरीक्षक शशिकांत यादव यातायात विभाग के जवानों के साथ मौजूद रहे। अपने तरह के जनपद में इकलौता और ऐतिहासिक रहे उक्त कार्यक्रम में 200 से अधिक मेधावी छात्र छात्राओं का मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान तो किया गया। साथ ही बड़ी तादाद में हेलमेट वितरित कर यातायात जागरूकता के प्रति प्रेरित भी किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक बौद्धिक एवं अन्य विधाओं में उत्कृष्ट सेवा योगदान देने वालों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन द्वारा पारंपरिक तौर तरीकों से वैदिक मंत्रों के बीच हुआ। सामान्य समझा जाने वाला यह कार्यक्रम कब भव्य समारोह में परिवर्तित हो गया किसी को पता ही नहीं चला। स्कूल की नन्ही मुन्नी बच्चियों और मिडिल व माध्यमिक की छात्राओं द्वारा विभिन्न राज्यों के विभिन्न विभिन्न शैलियों में प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम दर्शकों का मन मोह लिया। बीच-बीच में अनेक विषयों पर छात्रों द्वारा दिए गए व्याख्यान भी लोगों को प्रभावित किया। विशेषकर प्रदूषण विषय पर छात्र प्रशांत कुमार पांडे द्वारा दिया गया व्याख्यान लोगों को प्रदूषण से बढ़ती जानलेवा समस्या से निजात पाने के उपायों के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा दिया। बीपीएमजी पब्लिक स्कूल के निदेशक विनय चौरसिया के विशेष आमंत्रण पर कार्यक्रम में पहुंचे भदोही जनपद में यातायात जागरूकता अभियान के अंबेसडर एवं प्रख्यात भोजपुरी लोक गायक राजेश परदेसी की यातायात संबंधित जागरूक गीत एवं अन्य भोजपुरी लोकगीतों की प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और भी संमोहक बना बना दिया। कार्यक्रम की संचालन कर रही छात्रा आराध्या पांडे की भावशैली, वाकपटुता और आश्चर्य करने वाली मेधा क्षमता ने दर्शक श्रोताओं को विभोर कर दिया। आराध्या की प्रतिभा से प्रभावित गायक राजेश परदेसी ने मंच पर उसे सम्मानित किया और ऐसी अनेक स्तरीय प्रतिभाओं को तैयार करने वाले बीपीएमजी स्कूल परिवार को बधाई दी।
आगत अतिथियों का स्वागत बीपीएमजी पब्लिक स्कूल के निदेशक विनय चौरसिया ने किया। मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर विनय चौरसिया, सीओ भदोही, प्रधानाचार्य श्रीमती फरहीन अंसारी, प्रबंधक प्रविण चौरसिया, रोहित चौरसिया ने किया।
शिक्षा की सार्थकता अच्छा नागरिक बनने में : सीओ भदोही
सुरियावां। बीपीएमजी स्कूल में हुए प्रतिभा सम्मान एवं यातायात जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय कुमार चौहान ने छात्र-छात्राओं को अच्छा नागरिक बनकर देश के नवनिर्माण में योगदान देने की सीख दी। श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा का लक्ष्य नौकरी पाना नहीं बल्कि शिक्षा के साथ अनुशासन बौद्धिक विकास सामाजिक दायित्व बोध का होना जरूरी है। उक्त गुण ही बच्चों को अच्छे नागरिक बनाते हैं। अच्छा नागरिक ही देश के नवनिर्माण में बेहतर भूमिका निभा पाता है। सीओ श्री चौहान ने प्रतिभा सम्मान से वंचित निराश बैठे छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि जो सम्मान पाने के मानक में पिछड़ गए उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें नए जोश के साथ अपनी तैयारियों में लग जाने की जरूरत है। इस दौरान बीपीएमजी स्कूल के प्रबंधक विनय चौरसिया ने सीओ चौहान को सुनिश्चित देकर सम्मानित किया। इसी बीच यातायात जागरूकता कार्यक्रम भी हुआ। एक तरफ जहां लोक गायक राजेश परदेसी ने यातायात संबंधित गीत गाकर लोगों को जागरूक किया। वहीं निरीक्षक शशिकांत यादव ने यातायात नियमों की जानकारी दी। इस दौरान स्कूल की तरफ से निदेशक विनय चौरसिया ने बड़ी तादात में हेलमेट का वितरण भी किया।
आकर्षक है बीपीएमजी स्कूल की प्राकृतिक छटा
बहुत कम सालों में अपने परिसर को प्राकृतिक छटा से लोकलुभावन बना चुका बीपीएमजी स्कूल का सौंदर्य अपने आप में सराहनीय है। इसका एहसास शब्दों से नहीं बल्कि देखकर ही किया जा सकता है। हरे-भरे वृक्षों फूलों लताओं से घिरे स्कूल परिसर के तीन मंजिली भवन के हर कमरों में भी लताओं की हरीतिमा प्राकृतिक सौंदर्य कैसी हैं प्रवेश द्वार से ही झलकने लगती है। कमरों में स्थापित छात्र-छात्राओं महापुरुषों और अन्य तरह की प्रदर्शनी शिक्षा के माहौल की जीती जागती तस्वीरें बीपीएमजी स्कूल की जागरूकता ही उसे न केवल जिले के अन्य स्कूलों से अलग सुंदरता भी है, बल्कि अपने तरह का एकलौता स्कूल परिसर होने की गरिमा भी सुलभ करा दी है।