Home भदोही 3 बच्चे हो गये बेसहारा, अब कौन बने सहारा

3 बच्चे हो गये बेसहारा, अब कौन बने सहारा

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लालानगर् गोपीगंज थाना क्षेत्र के लालानगर् गांव निवासी जल निगम के जेई को पिछले दिनों वाराणसी में लंका अस्सी मार्ग स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के समीप रवींद्र पुरी मार्ग पर 1 सप्ताह पूर्व मंगलवार को पेयजल पाइपलाइन की गैपिंग सही करने के लिए जिस समय सड़क खुदी जा रही थी रात के 1:30 बजे के लगभग दर्जनों की संख्या में पहुंचे लोग सुशील कुमार गुप्ता 34 वर्ष पुत्र मुरारी लाल गुप्ता निवासी लालानगर् तथा साथ में कार्य करवा रहे ठेकेदार के ऊपर प्राणघातक हमला कर दिए थे जिसमें दोनों गंभीर घायलों को ट्रामा सेंटर वाराणसी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था और जेई की हालत ज्यादा गंभीर होने पर दिल्ली एम्स हॉस्पिटल उपचार के लिए भेज दिया गया था जहां मंगलवार को दोपहर में जेई की मौत हो गई।

मौत के बाद परिजन बाई रोड एंबुलेंस से बुधवार को दोपहर जब घर शव लेकर पहुंचे तो शव को देखते ही घरवालों में कोहराम मच गया और दहाड़े़ मार कर रोने बिलखने लगे शव पहुंचने की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन भी एलर्ट हो गया मौके पर क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर क्षेत्राधिकारी औराई समेत गोपीगंज थाना अध्यक्ष सुनील वर्मा ऊज थाना अध्यक्ष विवेक उपाध्याय समेत भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुंच गई वही शव पहुंचने के बाद परिजन मुख्य अभियंता वाराणसी बी पी मिश्रा का इंतजार कर रहे थे और उनके आने के बाद मृतक के घर पहुंचे औराई विधायक दीनानाथ भास्कर तथा परिजनों को आश्वासन मिलने कि पूरे प्रदेश के जल विभाग के कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन पीड़ित के परिजनों के खाते में डाल दिया जाएगा और मृतक की पत्नी को शीघ्र ही नौकरी देने की बात कहे जाने के बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय डेरवा घाट ले गए डिप्लोमा इंजीनियर संगठन की तरफ से 6 सूत्री मांग पत्र भी दी गई जिसमें पीड़ित परिवार को शासन की तरफ से एक करोड़ रुपए आर्थिक सहायता की मांग पीड़ित परिवार के भाई तथा पत्नी को सरकारी नौकरी ।

बच्चों की निशुल्क शिक्षा। हत्या के मामले का उच्च स्तरीय जांच करवा कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा। तथा डिप्लोमा इंजीनियरों को साइड पर कार्य करते समय सुरक्षा व्यवस्था एवं मृतक के परिजनों को सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाने की मांग की गई बताते चलें सुशील कुमार गुप्ता दो भाइयों में बड़ा भाई था और घर में एकलौता लड़का कमासुत था जिसके चले चले जाने के बाद पूरा परिवार बिखर गया मृतक को दो लड़के शशिकांत 4 वर्ष चिंटू 2 वर्ष तथा एक बेटी दिव्या 6 वर्ष की है।वही मृतक की पत्नी को नौकरी न देकर मृतक के भाई को नौकरी मिले की बात को मृतक के पिता मुरारी लाल गुप्ता ने मुख्य अभियंता से कही जिस पर मुख्य अभियंता ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है लेकिन लखनऊ जाकर विभागीय उच्चाधिकारियों से इस संबंध में अवश्य वार्ता करूंगा मृतक के शव के घर पहुंचने पर डिप्लोमा इंजीनियर संगठन के प्रांतीय महामंत्री गौरीशंकर कुशवाहा समेत भारी संख्या में डिप्लोमा इंजीनियर भी मौजूद रहे।

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