मुंबई
वर्तमान समय के युवाओं में एक बार पुनः समाजसेवा की झलग दिखाई पड़ रही थी कि अचानक भदोही उत्तर प्रदेश के कर्मठ, सशक्त सेवाभावी हृदय को लिए समाज का वह युवा पुरूष बुधवार 13/01/2021 दिन को संजय शर्मा का आकस्मिक निधन हो गया। संजय शर्मा जी युवा बिग्रेड टीम के अभिन्न अंग भी थे और सामाजिक कार्यो को सकुशल संपन्न करवाने में पारंगत प्राप्त किया था।वे मुंबई,ठाणे,कल्याण शहर के भावी नाई (नाभिक, नाविक,सैन) समाज के नेता थे।संजय कल्याण शहर में खुद का व्यवसाय करते हुए,समाज सेवा से जुड़े थे।वे कुछ महिने पूर्व ही बुखार से पीडित थे, ठिक न होने पर सपरिवार गाँव चले गये,जहाँ अचानक हृदयगति रूक जाने से उनकी सांसे थम गयी।
जो हमारे संबन्धियों में अजीज थे। इनका निधन सैन (नाई) समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।संजय शर्मा जैसे सशक्त सामाजिक कार्यकर्ता, खुश मिजाज, मिलनसार, को खोने से निशब्द हूँ…स्तब्ध हूँ….।
वरिष्ठ समाजसेवी सैन हरिकेश शर्मा नंदवंशी की चार लाइनें याद आती हैं-
आँखे रोती रही रात भर मोम सी,
एक तारा न जाने कहाँ खो गया।।
आँसुओं की कीमत जान गए हैं हम,
जब तक थे साथ ना था कोई गम
उसके करवट बदलते ही अहसास हो गया
एक अनमोल खजाना आज हाथों से छूट गया।।
उक्त युवा समाजसेवी की आत्मा की शांति हेतु हरिकेश शर्मा नंदवंशी,प्रदीप कुमार शर्मा नंदवंशी,कवि विनय शर्मा दीप, संतोष नि शर्मा,कशव शर्मा, एडवोकेट अनिल शर्मा,छोटेलाल शर्मा (संपादक),अनिल शर्मा (उप संपादक),हरिशंकर शर्मा आदि
समाजसेवियों ने दो मिनट का मौन रखा।