जनपद जौनपुर के करंजाकला ब्लॉक प्रमुख दीपचंद सोनकर की सरेआम गुंडागर्दी मामले में हीलाहवाली करने पर सरायख्वाजा थाने के इंस्पेक्टर समेत थाने पर गाज गिरी है। पुलिस अधीक्षक दिनेशपाल सिंह के आदेश पर सभी अफसरों को लाईन हाजिर कर दिया गया। इस मामले में पांच आरोपियों मे से चार आरोपी प्रदीप गौतम, कोमल सोनकर, समशेर सोनकर, सोनू सोनकर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मुख्य आरोपी दीपचंद सोनकर फरार है। विदित हो कि दीपचंद सोनकर पुर्व राज्यमंत्री और वर्तमान विधायक जगदीश सोनकर के भाई है। दीपचंद प्लाटिंग करते है और शुक्रवार को अपने गुर्गो के साथ कुत्तुपुर दलित बस्ती स्थित अपने प्लाट पर पहुंचे थे कि दलित बस्ती के महिलाओं ने उनसें रास्ते की मांग की। इन महिलाओं का कहना था कि रास्ता न मिलने की स्थिति में वे लोग कोई कार्य नही करने देगी। इससे नाराज होकर प्रमुख ने अपने गुर्गो से इस कदर महिलाओं को पिटवाया जिसे देखकर रूह कांप उठे। व्हिडीओ में एक गुंडा इस कदर एक महिला को पटक-पटक कर पीट रहा है जैसे कि उसकी जान लेने पर आमादा हो।
हमले मे घायल पुष्पा देवी, शारदा, इंद्रावती, सविता और उर्मिला जब सरायख्वाजा थाने पहुंची तो हल्की धाराएं लगाकर उन्हें थाने से वापस कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक दिनेशपाल सिंह ने बताया कि मामला सदर सिओ विनय कुमार द्विवेदी देख रहे है।
उधर मामला संज्ञान मे आते ही पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी आरोपियों को पार्टी से निष्कासित करते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की साथ ही स्वयं घटना को ट्वीट भी किया। इस मामले से SC /ST एक्ट के दुरुपयोग की प्रबल संभावनाएं भी प्रकट होती है। जिनको सुरक्षित सीटों पर आरक्षण के तहत कमजोर दलित के रुप मे दलितों के उत्थान हेतु चुनाव लडाया जाता है वे ही दलितो के शोषक है। जिसने भी इस व्हिडिओ को बनाया उसके जज्बे को सलाम वरना इन पीडित महिलाओं को मामला में लीपापोती कर न्याय नही मिल पाता। पुलिस की मिँलीभगत और भ्रष्टाचारी रवैया पुनः जनता के सामने आ सका।