मुंबई। अखिल भारतीय अग्निशिखा मंच की वरिष्ठ समाज सेविका और ओरोविल लेखक अलका पाण्डेय ने बताया की हर वर्ष की तरह हमारी पिकनिक साहित्यिक और पर्यटक, यूसुफ़ मेहरअली – गई। इस दो दिवसीय पिकनिक में ३५ लोगो ने सहभागिता ली। प्रथम दिन के पहले सत्र -सबके परिचय से सम्पन्न हुआ आपस में परिचय कर जान पहचान की गई। दूसरा सत्र काव्य प्रतियोगिता का था जिसका विषय (बरसात आई ) इस सत्र का संचालन पवन तिवारी ने किया अध्यक्षता विजय भटनागर जी, अतिथी त्रिलोचन सिंह अरोडा और लालबहादूर यादव जी, जज अरुण प्रकाश मिश्र और ओमप्रकाश पाण्डेय जी, इस प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार गया पवन तीवारी जी को, दूसरा गया आभा झा, तिसरा पुरस्कार सुशील शुक्ला जी को मिला।
तिसरा सत्र-लघुकथा के लेखन व शिल्प पर मार्ग दर्शन
अध्यक्ष – ओमप्रकाश पाण्डेय जी अतिथी सुशील शुक्ला जी व वक्ता सेवासदन जी और आभा झा (रायपुर से पधारी) ने बहुत ही बारिकीयो से लघुकथा की विषय वस्तु, शिल्प तथा पंच लाईन कैसी होनी चाहिये पर सेवासदन जी बहुत ही अच्छे से मार्गदर्शन किया।
चौथा सत्र लघुकथा लेखन स्पर्धा विषय-जन्मोत्सव
सर्व श्रेष्ठ लघुकथा का पुरस्कार अभिलाज जी को दूसरा पुरस्कार – रामप्यारे रघुवंशीय जी को और तिसरा पुरस्कार निरजा ठाकुर को और श्रेष्ठ रचनाये थी विजय कुमार भटनागर जी अरुण प्रकाश मिश्र जी को मिला।
पाँचवा सत्र-था योग का हमारे जीवन मे क्या महत्व है।
प्रमुख वक्ता – रामप्यारे रघुवंशीय जी अध्यक्ष अरुण प्रकाश मिश्र अतिथी चंदा चक्रवर्ती व कमल पाटील। व्यस्त जीवन में कैसे हम अपने आप को स्वस्थ व फ़िट रहे योग के माध्यम से रघुवंशीय जी ने बहुत ही उपयोगी टिप्स दिये व जानकारी दी।
छठा सत्र काव्य पाठ का
जिसकी अध्यक्षता डी पी मिश्र, अतिथी पवन तिवारी, कविता राजपूत, अलका पाण्डेय, निरजा ठाकुर, मंच संचलन एडो.अनिल शर्मा जी कविता पाठ करने वाले कवि थे ओम प्रकाश पाण्डेय, विजय भटनागर, सेवासदन, रघुवंशीय, लालबहादूर यादव, सुशील शुक्ल, अभिलाज, कविता राजपूत, त्रिलोचन सिंह अरोडा, कुलदीप सिंह दीप, अलका पाण्डेय, इंदिरा मिश्रा, कंचन सिंह, वंदना पाण्डेय, चंदा चक्रवर्ती, कमल पाटील, आभा झा, निरजा ठाकुर, कलावती, गिरजा सिंह, रामावती, मालतीसिंह डी पी मिश्रा आदि ने अपनी सर्व श्रेष्ठ रचनाये प्रस्तुत कर तालियाँ बटोरी।
सातवाँ सत्र-अंताक्षरी व फिल्मी गितो पर नृत्यव मौजमस्ती का रात १ बजे समापन सबका आभार अलका पाण्डेय ने किया।
द्वितीय दिवसीय सत्र की शुरुवात सुबह सात बचे योगाभ्यास से शुरु हुई राम प्यारे रघुवंशीय जी ने योग के सरल,आसान व प्राणायाम की बारिकियाँ सिखाई उसके लाभ व बिमारी से निदान बताये बहुत ही उपयोगी सत्र रहा। फिर हँसने के क्या क्या फ़ायदे है इसपर चंदा जी ने प्रकाश डाला व तरह तरह से सबको हँसाया व हँसने के प्रकार सिखाये हँसते हँसते सत्र समाप्त हुआ
दुसरा सत्र -हिंदी भाषा का बदलता स्वरुप पर चर्चा, प्रमुख वक्ता पवन तिवारी, मंच संचालन रघुवंशीय जी, समारोह अध्यक्ष एडो अनिल शर्मा अतिथि वंदना पाण्डेय कंचन
तिसरा सत्र – तेलधानी, साबुन बनाने का कारख़ाना, मिट्टी के बर्तन बनाना व फरनिर्चर के कारख़ाना, नर्सरी देखने के बाद आसपास के मंदिर व दर्शनीय क्षेत्र का दर्शन। राधा कृष्ण मंदिर शंकर भोले नाथ का मंदिर जो व अक्कल कोट तथा पाताल गंगा के दर्शन किये और वापसी। इस दो दिन की पिकनिक में आये सभी लोगो कायूसुफ मेहर अली के सेवाधारियो कर्मचारियों व बस डार्यवर व सभी साथियों का आभार व कुछ परेशानी व कष्ट के लिये क्षमा। अलका पाण्डेय ने यह कह कर सबका आभार व्यक्त किया व वापस सब लोग अपने स्थान के लिये रवाना हुये।