मुख्य सचिव और डीजीपी कर रहे थे कानून व्यवस्था की समीक्षा
दो बदमाशों ने कनपटी पर सटाकर मारी गोली
गुस्साये लोगों ने काटा बवाल, बस में लगायी आग
इलाहाबाद अपराधियों पर लगाम लगाने के लिये यूपी सरकार कितने भी जतन करे किन्तु अपराधियों के हौसले बुलंद ही दिखायी दे रहे हैं। गुरूवार को घर से कोर्ट जाने के लिये निकले एडवोकेट राजेश कुमार श्रीवास्तव की बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने मनमोहन पार्क के पास गोली मारकर हत्या कर दी। दिनदहाड़े सरेराह हुई इस दुस्साहसिक वारदात से लोगों में दहशत व्याप्त है। घटना के बाद गुस्साये लोगों ने जमकर बवाल काटा और एक बस में आग भी लगा दी। यह घटना उस समय हुई जब प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी अपराध व कानून व्यवस्था की समीक्षा करने इलाहाबाद आए हुए हैं।
जानकारी के अनुसार सुबह 10.30 बजे के आसपास 45 वर्षीय राजेश श्रीवास्तव अपनी बाइक से कचहरी जा रहे थे। जब वे मनमोहन पार्क के पास पहुंचे तो दो अपराधियों ने पीछाकर उनकी कनपटी में गोली मारी और फरार हो गये। राजेश की मौके पर ही मौत हो गयी। खास बात यह रही कि जिस स्थान पर वारादात हुई वहां से थोड़ी देर पहले ही मुख्य सचिव व डीजीपी का काफिला निकला था।
इस घटना को लेकर वकीलों में भारी आक्रोश है। घटना से गुस्साये सैकड़ों वकीलों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एसएसपी आफिस के सामने बस में आग लगा दी है। अस्पताल में हंगामा चल रहा है, उनका कहना है कि इलाहाबाद में अपराध बेकाबू है। अपराधियों में कानून का डर नहीं रहा।
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही फूलपुर में भाजपा नेता पवन केसरी की हत्या हुई थी। कुछ दिन पहले यूको बैंक में डकैतों ने 17 लॉकर काटकर 10 करोड़ के गहने लूट ले गए। दो पहले ही नवाबगंज में स्कूल प्रबंधक को सरे बाजार पीटकर मार डाला गया। इन घटनाओं में अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
एसएसपी आकाश कुलहरि इस हत्या को जमीन से जुड़ा विवाद बता रहे हैं। बताया कि राजेश श्रीवास्तव जमीन किसी पुराने केस में पैरवी कर रहे थे। उसी को लेकर घटना की आशंका जतायी जा रही है। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार शहर में अपराध की समीक्षा कर रहे थे और बीच सड़क पर वकील की हत्या हो गयी। वकीलों के आक्रोश को देखते हुये भारी संख्या में फोर्स बुला ली गयी है। घटना को लेकर लोगों में तनाव व्याप्त है।
परिजनों को सीएम देंगे 20 लाख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में मारे गए वकील के परिजनों को 20 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर कार्रवाई कर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए हैं।