– पीड़ित पर डाला जा रहा मामले को रफा दफा करने का दबाव
– इलाहाबाद के मेजा थाना अंतर्गत मदार गांव में 5/6 मई की रात हुई थी घटना
उत्तरप्रदेश सरकार भले ही पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिये प्रतिबद्ध हो किन्तु योगी सरकार की पुलिस अपने कारनामों से सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। गत 5/6 मई को मेजा थाने के मदार गांव में हुई मारपीट के बाद काफी ना नुकुर करने पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन आज 12 दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, बल्कि जानकारी लेने में हीलाहवाली करने में जुटी है।
बता दें कि गत पांच मई को भदोही जनपद के सुरियावां थानान्तर्गत पाली गांव निवासी प्रेमशंकर शुक्ला के यहां से इलाहाबाद जिले के मेजा थानान्तर्गत मकरा मुकुन्दपुर में महेन्द्रकुमार मिश्रा के यहां बारात गयी थी। रात को सभी लोग आर्केस्टा देख रहे थे तभी उसी गांव का निवासी अनुराग मिश्रा नामक युवक बाइक से बारात में आया और बारातियों को गाली देने लगा। जब बाराती अरूण कुमार मिश्रा ने उसे समझाना चाहा तो उसने अरूण को गाली देने के साथ हमला भी कर दिया। जब बाराती इकठ्ठा होने लगे तो अनुराग भाग निकला, लेकिन थोड़ी देर बाद अपने साथी अमित कुमार मिश्रा, शिवम तिवारी सतीशचन्द्र मिश्रा सहित चार लोगों के साथ पुन: बारात में धमक पड़ा और बारातियों को लाठी डंडे से मारने के साथ दहशत पैदा करने के लिये असलहा से फायरिंग करने लगा। जिससे बारात में भगदड़ मच गयी। इस दौरान आरोपियों बारात में आये वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।
घटना के पश्चात 7 मई को प्रेम शंकर शुक्ला की तहरीर पर मेजा पुलिस ने अनुराग मिश्रा, अमित कुमार मिश्रा, शिवम तिवारी, सतीशचन्द्र मिश्रा सहित चार लोगों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 323, 504, 506, 286, 307 और 427 में मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज होने के 12 दिन बीतने के बाद भी पुलिस पीड़ितों को न तो सही जानकारी दे रही है और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई कर पायी है, जिससे लोगों का विश्वास पुलिस से उठता जा रहा है।
पीड़ित प्रेम शुकर शुक्ला ने कहा यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो वे उच्चधिकारियों से गुहार लगायेंगे।