पत्रकार की बाइक ले उड़े चोर का पता लगाने में पुलिस नाकाम
अब तक हो चुकी है दर्जनभर चोरी की घटनाओं का पुलिस नहीं कर पा रही खुलाशा
मोढ़। भदोही कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले मोढ़ पुलिस चौकी क्षेत्र के आस पास बाजार सहित प्रमुख स्थानों पर वाहन चोर गिरोह का नेटवर्क काफी सक्रिय होने से वाहन स्वामियों की नींद उड़ गई है। बदमाश ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं किन्तु पुलिस चोरों का पता कर पाने में नाकाम साबित हो रही है। पिछले दिनों चोरों ने पत्रकार को भी नहीं बख्शा और बाइक उठा ले गये जिसका पता आज तक पुलिस नहीं लगा पायी है।
बताया जाता है कि बीते कुछ समय के अंदर लगभग एक दर्जन वाहनों पर चोरों ने हाथ साफ किया है, लेकिन अब तक एक भी मामले का खुलासा पुलिस नहीं कर पायी। वाहन चोर गिरोह द्वारा दिये जा रहे चोरी की घटनाओं को अंजाम का प्रकरण लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था। वहीं गुरूवार की देरशाम मोढ़ बाजार से लगभग 7ः45 बजे क्षेत्र के मकनपुर निवासी पत्रकार कृष्ण कुमार द्विवेदी की होण्डा साइन बाइक नंबर यूपी 66 एन 2412 चोर ले उडे़।
बताते हैं कि पत्रकार श्री द्विवेदी बाजार में स्थित एक व्यक्ति के यहां मिलने के लिए गये थे। वह अपनी बाइक घर के बाहर खड़ी कर उक्त व्यक्ति से बातचीत करने लगे। लगभग पांच मिनट बाद जब वापस लौटे तो बाइक वहां से गायब मिली। उन्होंने इसकी सूचना मोढ़ पुलिस चौकी के साथ ही यूपी 100 पुलिस को देकर घटना से अवगत कराया। वहीं चोरी की प्राथमिकी दर्ज करने व कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को भी तहरीर दिया है।
चोरों के बढ़ते जाल को भेदपाने में नाकाम पुलिस आखिर क्यों सुस्त पड़ती नजर आ रही है, यह अब एक नया चर्चा का विषय बन चुका है। यह सवाल भी उठ रहा है कि आस पास के क्षेत्र में वह कौन से गिरोह है, जो आयेदिन पलक झपकते ही बाइक को गायब कर दे रही है तथा पुलिस उस गिरोह तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है। ऐसी स्थिति में जो माहौल बना हुआ है, उसके अनुरूप लोग अपनी बाइक कहीं पर भी खड़ी करने की जोखिम नहीं उठा पा रहे हैं ।
कुछ दिन पहके पूर्व में एसओ रहे महेंद्र यादव तथा मोढ़ चौकी के सिपाही नसीम की मोटर साइकिल भी चोरी चली गई थी जिसमे पुलिस के दबाव में नसीम की गाड़ी क्षेत्र के एक ब्यक्ति के यह से बरामद हुई परन्तु पुलिस ने उसे छोड़ दिया। अभी हाल में मकनपुर निवासी शेषमणि दुबे का स्टार्टर चोरी हो गया,कुछ दिन पूर्व प्रदीप सरोज की साइकिल पर भी चोरों ने हाथ साफ़ कर दिया है। लोगों की मांग है कि चोरों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के साथ ही चोरी गई बाइकों के खुलासे के लिए पुलिस महकमा को प्रभावी कदम उठाना चाहिए।
घटनाओं की श्रृंखला इतनी बड़ी है कि जिसे विस्तृत रूप से लिखने में दिन बीत जायेगा। एक महीने पहले ही पुलिस चौकी से 500 मीटर दूरी पर मनीष दूबे की मोबाइल मोटरसाइकिल से छीन कर भाग उसी दिन बनकट में एक मोबाइल छीनी गई ठीक उसी दिन लछवापुर से भी मोबाइल छिनैती हुई लेकिन अभी तक कोई सुराग लगाने में पुलिस नाकाम रही।
इसके पहले मकनपुर गांव में यादव बस्ती में भीषण चोरी कई लाख, लालीपुर गाव में मौर्य बस्ती में लाखों की चोरी, करियांव बाजार में बोलेरो सवार बदमाशों ने दुकान का शटर का ताला तोड़कर कई लाख का सामान बोलेरो में लादकर उठा ले गए। पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर साड़ी की दुकान में भीषण चोरी, पुलिस चौकी से 100 मीटर से भी कम दूरी पर शराब की दुकान में भीषण चोरी, मोर पश्चिमी त्रिमूहानी पर मोबाइल की दुकान से लाखों की मोबाइल चोरी, हरीपट्टी गाव में डॉ आर के त्रिपाठी के यहां 15 लाख से भी ज्यादा की चोरी का अब तक पुलिस खुलाशा नहीं कर पायी है।
भदोही कोतवाल मनोज पाण्डेय को इसीलिये हटाया गया था कि नये कोतवाल नवीन तिवारी अपराधों और अपराधियों पर लगाम लगायेंगे किन्तु नये कोतवाल को चार्ज लेते ही नेवादा में सावन माह में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिये एक गाय को काट डाला गया। जिसका पता आज तक नहीं चल पाया है। वहीं करियाव बाजार में फायरिंग करने की घटना का खुलाशा भी पुलिस नहीं कर पायी है। कोतवाली क्षेत्र में अपराधिक घटनाओं की एक लंबी फेहरिस्त तैयार होने के बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और पुलिस के उच्चाधिकारी मौन धारण किये हैं। जिसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। जिसके कारण आम लोगों की नींद उड़ी हुई है और पुलिस मस्त है।
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