33 हजार की लाइन का ब्रेकडाउन ठीक कराने में खींचा किनारा
दो उपकेंद्रों के सैकड़ों गांवों की बिजली साढ़े सात घण्टे तक रही गुल
जौनपुर :वेतन विसंगति को लेकर विद्युत विभाग के संविदाकर्मी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। सुबह छह बजे 33 हजार की लाइन में आयी गड़बड़ी में भी कर्मचारी हाथ नहीं बटाए। जेई के समझाने पर 33 हजार की बिगड़ी लाइन की मरम्मत में सहयोग करने पर तैयार हुए। लेकिन 11 हजार की लाइन से जुड़े सब स्टेशनों पर काम करने से विसंगतियां दूर होने तक विरत रहेंगे। जिसे लेकर संविदाकर्मियों ने प्रदर्शन भी किया।
33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र खेतासराय बादशाही, अहिरोपरशुरामपुर और सोंगर पर तैनात निविदा कर्मियों का आरोप है कि कई महीने से उनका वेतन नहीं मिला है। अधिकारियों के आश्वासन के बाद उनका आजतक परिचय पत्र नहीं बनाया गया। और न ही वेतन का समय निर्धारण किया गया। वेतन विसंगति दूर करने, वेतन का भुगतान आरटीजीएस से करने, ईपीएफ स्लीप देने, वेतन का समय निर्धारण करने और सुरक्षा सामाग्री समेत अन्य मांगों के लेकर निविदा कर्मचारियों ने अनिश्चित कालीन का ऐलान कर दिया। कर्मचारियों ने मांगे पूर्व न होने तक काम न करने की चेतावनी दी है।
इस दौरान शुक्रवार को सुबह छह बजे शेखूपुर गांव के रेलवे क्रासिंग के पास 33 हजार की अण्डरग्राउण्ड केबल में फाल्ट आ गया। जिससे खेतासराय और अहिरोपरशुरामपुर उपकेन्द्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी। संविदाकर्मियों से मरम्मत में सहयोग के लिए बुलाया गया तो सहयोग करने से इनकार कर दिए। अलबत्ता तीनों सब स्टेशनों और सभी फीडर के निविदा कर्मी मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। विभागीय अधिकारियों को जानकारी होते ही उनके हाथपांव फूल गये।
जानकारी होते ही मौके पर जेई पुनीत सिंह, और संतोष कुमार यादव पहुंच गये। और मरम्मत में हाथ न बंटाने पर अड़े निविदा कर्मियों को समझाने बुझाने का प्रयास किए। अंत में निविदाकर्मी इस शर्त पर तैयार हुए कि वह 33 हजार की लाइन में आनेवाली गड़बड़ियों में सहयोग कर देंगे। लेकिन जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वे विद्युत उपकेंद्रों और इससे जुड़े फीडरों पर काम नहीं करेंगे। मरम्मत न होने से साढ़े सात घण्टे तक दो विद्युत उपकेंद्रों की आपूर्ति ठप रही। ब्रेकडाउन ठीक होने के बाद दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर विद्युत आपूर्ति बहाल हुई। विरोध प्रदर्शन करने वालों में सभाजीत यादव, विनोद यादव, सुनील सिंह, भोला प्रजापति, मोहम्मद जमील, बेलाल अहमद, जयप्रकाश, राजबहादुर, दयाराम समेत अन्य संविदाकर्मी शामिल रहे।