भदोही में हुआ जावेद हबीब सैलून का उद्घाटन
मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने कहा है कि अपने बाल सुन्दर और स्वस्थ रखना है तो बाल को साफ रखें। बाल धोने से पहले सरसों तेल लगाये। शुक्रवार को जावेद हबीब हेयर एंड ब्यूटी सैलून का उद्घाटन करने भदोही आए थे। उन्होंने कहा कि बालों को स्वस्थ रखने के लिये सरसों से अच्छा कोई तेल नहीं होता।
नगर के रामरायपुर बाई पास रोड स्थित शुरू हुये सैलून का उद्घाटन करने आये जावेद हबीब ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि बालों का बहुत बड़ा बाजार है। बाल है सुन्दर बनाने के लिए और बाल नहीं है तो बाल उगाने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। उन्होंने देश के युवाओं से कहा कि अगर आप में कोई हुनर है तो जुनून की तरह करें,जैसा मैंने किया। मुझे बाल काटना अच्छा लगता था, वही किया और आज अपनी पहचान हेयर स्टाइलिस्ट के रूप में बना चुका हूं। मैं किसी बॉलीवुड सेलिब्रेटी के बजाये देश का बाल काटने का लक्ष्य रखा। यही जावेद हबीब की पहचान है।
उन्होंने कहा कि देश व विदेश में 960 जगहों पर उनकी फ्रेंचाइजी है और 80 ट्रेनिंग सेन्टर चलते हैं। कहा अभी तो इंडिया में मेरे सैलून खुल रहे हैं ओर अब भारत में खोलना है। उनके कहने का अभिप्राय यह था कि अपनी शाखा अब गांवों में शुरू करने की योजना है। उन्होंने सरसों के तेल को सबसे बेहतर बताया।
बीजेपी में शामिल होने के बाद जावेद हबीब खुद को ‘नाई’ कह रहे हैं. क्या उनका यह बयान राजनीति से प्रेरित लगता है. उन्होंने दिल्ली में फ्रेंच साहित्य की पढ़ाई की है. वह सलून के बादशाह हैं. देश के 24 राज्यों और 110 शहरों में उनके आउटलेट्स हैं. लंदन और सिंगापुर सहित दुनिया में 960 सलून हैं.
बता दें कि हबीब के दादा राष्ट्रपति कार्यालय में नाई थे। इतना ही नहीं वह लॉर्ड माउंटबेटन और देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के आधिकारिक नाई भी थे। हबीब के पिता भी राष्ट्रपति भवन में आधिकारिक हेयर स्टाइलिस्ट थे। हबीब की ख्याति और सफलता ने सुनिश्चित किया कि परिवार का दबदबा उनके पेशे से परे हो। जावेद हबीब का कहना है कि उनका धर्म कैंची है।
उद्घाटन की फ्रेंचाइजी श्रीमती आरती सिंह ने लिया है। इस मौके पर भाजपा काशी क्षेत्र के मंत्री आशीष सिंह बघेल, चन्द्रभूषण उर्फ पप्पू तिवारी, प्रमोद पाण्डे,अवनीश सिंह, पूर्व विधायक ज़ाहिद बेग, मधुबाला पासी सहित क्षेत्र के प्रमुख लोग भारी संख्या में मौजूद रहे। उद्घाटन स्थल पर पहुंचने से एक किलोमीटर पहले जावेद हबीब ट्रैक्टर पर सवार होकर आये। उनकी जिंदादिली देखकर लोग प्रभावित हुये।