आज दिनांक 17 मार्च 2021 को महाविद्यालय में पुरातन छात्र समागम का आयोजन किया गया. पुरातन छात्रों को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो. डॉ. मुरलीधर राम ने बताया कि महाविद्यालय दिन-प्रतिदिन विकास की नई सीढ़ियां चढ़ता जा रहा है. बीएससी में विश्वविद्यालय स्तर पर महाविद्यालय की छात्रा तहनियत अंसारी ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय के कई छात्र छात्राओं पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पुरातन छात्रों की सभी उपलब्धियां महाविद्यालय की उपलब्धि भी होती है. अतः उन्हें अपनी उपलब्धियां महाविद्यालय को बताते रहना चाहिए. उन्होंने पुरातन छात्र छात्राओं को महाविद्यालय के विकास में अपनी सहभागिता देने के लिए प्रेरित किया. कार्यक्रम के संयोजक डॉ ब्रजेश सिंह ने बताया कि महाविद्यालय से पढ़कर निकले हुए छात्र-छात्राओं ने पुरातन छात्र समागम में प्रतिभाग किया. डॉ अनुराग सिंह ने नैक मूल्यांकन में पुरातन छात्रों की महती भूमिका की चर्चा की. समागम में तहनियत अंसारी, हुफरिश, पूजा विश्वकर्मा, डॉली सिंह, रोली यादव, अनुराधा, खुशबू, स्वप्निल, आकांक्षा दुबे, नेहा, निकिता, संध्या, तस्मिया परवीन, नेहा मौर्य, पवन मिश्र, जीशान अंसारी, नौशाद, जितेंद्र कुमार मौर्य, अजय कुमार आदि पुरातन छात्रों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम में सहभागिता की और महाविद्यालय में प्राप्त हुए अपने अनुभव को साझा किया. पुरातन छात्रों ने महाविद्यालय कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, क्रीडा प्रांगण, पार्क इत्यादि जगहों पर जा जाकर बिताए हुए पलों फिर से याद किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. वर्षा रानी और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ब्रजेश सिंह और डॉ. यशवीर सिंह ने किया. इस अवसर पर पुरातन छात्रों को प्राध्यापकगण डॉ. गौतम गुप्ता, डॉ. राजकुमार सिंह यादव, डॉ. सत्येंद्र प्रसाद, डॉ. श्वेता सिंह, डॉ. भावना सिंह, डॉ. अनुराग सिंह, डॉ. आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश कुमार डॉ. अनीश कुमार मिश्र ने जीवन में सदैव आगे बढ़ने के लिए भी शुभकामनाएं दी और प्रेरित किया