भदोही। जी हाँ, यहाँ बात भदोही जनपद के भदोही तहसील प्रशासन की हो रही है। दरअसल विद्यार्थियों के लिए आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र बहुत ही आवश्यक है। इसमें भी एडमिशन के समय इन प्रमाण पत्रों की जरूरत ज्यादा पड़ती है। इसके अलावा सभी उम्र के लोगों के लिए सरकारी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए ये प्रमाण पत्र जरूरी होते हैं। इन प्रमाण पत्रों को बनाने की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन पर होती है। जिसमें लेखपाल के रिपोर्ट के बाद प्रमाण पत्र तैयार किया जाता है।
जानकारी के मुताबिक भदोही तहसील क्षेत्र के लोग व विद्यार्थियों के अभिभावकगण सहज जनसेवा केंद्र के माध्यम से आय,जाति व निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते हैं। प्रमाण पत्र बनाने के लिए दिए गए आवेदन पत्रों को भदोही तहसील प्रशासन सम्बन्धित लेखपाल को न भेजकर किसी भी क्षेत्र के लेखपाल को भेज देती है। जिससे प्रमाण पत्र बनाने में देरी होती है। इस स्थिति में रिपोर्ट के सत्यापन में गड़बड़ी होने के अंदेशे से नकारा नहीं जा सकता क्योंकि आवेदन पत्र सत्यापन हेतु दूसरे क्षेत्र के लेखपाल के पास सौंप दिया जाता है। प्रमाण पत्र समय पर न मिलने पर आवेदक व अभिभावक गण सहज जनसेवा केंद्र के संचालकों पर नाराजगी जाहिर करते हैं। साथ ही साथ देरी होने से वह जरूरी काम भी नहीं हो पाता जिसके लिए प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है।
एक आवेदक के परिवार के सदस्य ने बताया कि पहले एक सप्ताह में आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र मिल जाता था लेकिन अब 15 से 20 दिन लग जाते हैं। जिससे प्रमाणपत्रों का उपयोग नहीं हो पाता। नाम न बताने की शर्त पर एक सहज जनसेवा केंद्र संचालक ने बताया कि इन प्रमाण पत्रों को बनाने में देरी होने से आवेदक संचालकों पर बिफरते हैं व झगड़ा करने पर ऊतारू हो जाते हैं।
डॉ. गोपीचन्द त्रिपाठी, पंकज द्विवेदी, सुशील, राधेश्याम, आदि लोगों ने जिला प्रशासन से भदोही तहसील प्रशासन के इस तरह की कार्यशैली में सुधार करने की माँग की है।