Home मन की बात क्या आप भारत के सच्चे नागरिक हैं ? – मंजू सराठे

क्या आप भारत के सच्चे नागरिक हैं ? – मंजू सराठे

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चौंक गए ना? कि यह कैसा सवाल है ?आपका उत्तर होगा हांँ, हांँ बिल्कुल हैं। यदि हांँ, तो क्यों आप लोग इस तरह गैर जिम्मेदाराना हरकत करते नजर आ रहे हैं। कभी रोड़ पर कभी बिल्डिंग के नीचे, कभी मैदानों पर तो कभी छत पर समूह में दिखाई दे रहे हैं। क्या आपको भारत में कोरोना जैसी महामारी के तेजी से प्रसार का कोई फर्क नहीं पड़ता? या फिर आप में घमंड है कि मुझे कैसे हो सकता है? टीवी चैनलों पर जरा इटली, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका के समाचारों पर जरा नजर दौड़ाइए आपका घमंड थोड़ी ही देर में चूर-चूर हो जाएगा।

हम सभी नें अपने शालेय जीवन में पाठ्यपुस्तक में लिखी प्रतिज्ञा का दिल से वाचन किया है। जो हमारे नस-नस में समाई हैं। जिसमें हमने अपने देश से प्यार होने की तथा देशवासियों की भलाई और समृद्धि में ही अपना सुख निहित होने की भावना व्यक्ति की है। तो आज कहांँ गई वो देशभक्ति और प्रेम?क्या वह पाठ्यपुस्तक या विद्यार्थी जीवन तक ही सीमित थी सम्मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरेजी, आरोग्य मंत्री श्री राजेश टोपेजी तथा अन्य कई सुपरस्टार अभिनेताओं ने अपने हाथ जोड़कर आप सभी से घर पर ही रहने की व सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की विनती की है परंतु आप लोग अब तक कोरोना को गंभीरता से लेते नजर नहीं आ रहे हैं।

आप शायद भूल रहे हैं कि कोरोना ना अमीर देखता है ना गरीब, ना ही उम्र देखता है, ना उच्च वर्ग देखता है ना निम्न वर्ग, ना धर्म देखता है ना जाती, उसका कोई अपना नहीं। वह यम बनकर सभी को मृत्यु के घाट उतार रहा है।मौत का आंँकड़ा भारत में और विदेशों में लगातार बढ़ते ही जा रहा है। आप लोग यह सोच कर निश्चिंत होंगे कि मरने वाला कौन सा मेरा अपना है? मुझे क्या फर्क पड़ता है?सही कहा, जब तक आपका अपना कोई कोरोना से संक्रमित नहीं होगा तब तक आप लोगों की आंँखें नहीं खुलेंगी। घर पर रहना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना हमारा कर्तव्य है।

“हक्क के लिए तो हम हमेशा चरण सीमा तक पहुंँचकर लड़ते हैं तो कर्तव्य निभाने के लिए भी चरण सीमा पार कर जाना हमारा परम धर्म है।”
कोरोना ने अच्छे-अच्छों को मौत के घाट उतारा है तो आप जैसे गैर जिम्मेदाराना लोग किस खेत की मूली है? क्षमा कीजिएगा सच हमेशा कड़वा लगता है।

यदि आप वास्तव में भारत के सच्चे नागरिक हैं तो देश सेवा का यह एक सुनहरा अवसर आपको मिला है जिसके माध्यम से आप भारत को कोरोनामुक्त करने में अपना छोटा-सा परंतु अमूल्य योगदान दे सकते हैं। बिना आपकी मदद से कोरोना को हरा पाना नामुमकिन है। आप सभी से मेरी (श्रीमती मंजू बी .सराठे, बृ मनपा शिक्षिका, कवयित्री एवं उपसंपादिका) हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया आप सभी अपने घर पर ही रहे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सरकार द्वारा दी गई सूचनाओं का अनिवार्य रूप से पालन करें। कोरोना से हमारी जान बचाने वाले डॉक्टरों ,परिचारिकाओं, पुलिस एवं सफाई कामगारों का हृदय से आभार मानें। कोरोना के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अपने रक्षक खुद बनें। कोरोना से इस युद्ध में भारत को जिताने में अपना पूर्ण योगदान दें।

श्रीमती मंजू बी. सराठे
कल्याण, ठाणे
मो. नंबर-८०९७५३०३०७
दि.१३-०४-२०२०

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