भदोही। अभी तक तो केवल यह सुना गया था कि यदि कोई आदमी गंगा में कूदता है तो आदमी ही उसे बचाने का यत्न करता है। लेकिन शुक्रवार को भदोही में एक ऐसी घटना हुई। जिसमें गंगा में कूदने वाला कोई आदमी नही बल्कि बोलेरो थी और बचाने वाला भी कोई आदमी नही बल्कि स्टीमर था। जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिले के गोपीगंज क्षेत्र के रामपुर गंगा घाट पर शुक्रवार को आखिर पानी पर चलने वाला स्टीमर सडक पर चलने वाले बोलेरो को गंगा स्नान करने से रोक ही दिया। और एकादशी के दिन बोलेरो को गंगा स्नान का मौका नही मिल सका। वैसे यह तो बोलेरो के लिए भले ही अच्छा न हो लेकिन बोलेरो में सवार लोगों के लिए काफी अच्छा साबित हुआ नही तो किसी घटना से इन्कार नही किया जा सकता। और गंगा स्नान करने गए सपरिवार स्नानार्थी बाल-बाल बचे। और लोग भगवान का आभार व्यक्त कर रहे है।
जानकारी के मुताबिक गोपीगंज क्षेत्र के अमवां गांव से लोग एकादशी के दिन परिवार सहित रामपुर गंगा घाट पर भोर में स्नान करने पहुचें। बोलेरो चालक ताडक पाठक ने घाट के पास बोलेरो बन्द की और नीचे उतरा तब तक बंद बोलेरो नीचे ढलान की वजह से गंगा के तरफ जाने लगी और इस समय बोलेरो में बैठे और बाहर घाट पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। और पूरे घाट पर चिल्लाहट और घबराहट का माहौल हो गया। बोलेरो लगातार गंगा के तरफ बढते देख लोगों के होश उडने लगे। यह तो गनीमत रही कि जिस जगह से बोलेरो गंगा में घुसती वही सामने स्टीमर था जिसके वजह से बोलेरो गंगा में जाने से बच गई और एक बडा हादसा होने से बच गया।
बोलेरो में बैठे लालजी हलुवाई, शांति देवी, जीतलाल, वंदना और आशा शुक्ला थी। बैठे लोगो को मामूली चोटे व खरोच आई है लेकिन इस घटना को लेकर लोग काफी चर्चा कर रहे है। रामपुर गंगा घाट पर वाहनों को गंगा के नजदीक जाने से रोकने के लिए वाहन स्टैण्ड दूर रहे तो लोग अपने वाहनों को दूर खडा करें जबकि देखा जाता है कि लोग अपने वाहनों को कहीं भी खडा करके स्नान करने चले जाते है। जो हादसों या अन्य घटनाओं को आमन्त्रित करता है। जबकि रामपुर गंगा घाट पर स्नान पर्वों पर काफी भीड लगती है।