Home साहित्य जागऽ जागऽ जागऽऽ भोजपुरिया जवान अब

जागऽ जागऽ जागऽऽ भोजपुरिया जवान अब

हमार पूर्वांचल
आचार्य पुण्येशानंद अवधूत

आथिर्क आजादी के होखे घमासान अब।
जागऽ जागऽ जागऽऽ भोजपुरिया जवान अब।।
तोहर राज्य काशी सबसे प्राचीन बा,
जगा जगा फईलल शैव संस्कृति के चिन्ह बा।
गौरवशाली विरासत हमर ,ना सहब अपमान अब।।
आर्थिक आजादी के•••

धरती रत्नगर्भा धरती- पुत्र मुरझाइल बा,
गंगा माई के अचरा दूनो ओरी हरिआइल बा।
शोन एकर ओढनी हा गंडक एकर जान अब।।
आर्थिक आजादी के••••

का ना हा ई धरती मे सब मे एकर नाम बा,
विद्या आ वैदुष्य मे काशी एकर धाम बा।
बेरोजगारी आ गरीबी के काहे पहिचान अब।।
आर्थिक आजादी के•••

स्वतन्त्रता संग्राम के कइले रहनी अगुआई हम,
आर्थिक आजादी के भी शुरू करब लडाई हम।
कुली भईया सातूखोर के हम मेटब पहिचान अब।।
आर्थिक आजादी के होखे घमासान अब।।

आचार्य पुण्येशानंद अवधूत

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