गोपीगंज : शरीर के साथ मूल चक्रों के लिए कमल के सात प्रकार के फूलों को प्रतीक चिन्ह माना जाता है। कमल पुष्प ऊर्जावान होते हैं और भगवान शिव को भी प्रिय होते हैं। जिस प्रकार भगवान शिव को अपने भक्त अत्यंत प्रिय होते हैं उसी प्रकार पुष्पों में कमल का पुष्प भी ऊर्जा प्रदान करता है। सोमवार की सायं काल एक सौ आठ कमल पुष्पों से बाबा का दरबार सजा कर सुरेंद्र विश्वकर्मा द्वारा महाआरती उतारी गई। शिव परिवार के तत्वाधान में आयोजित होने वाले साप्ताहिक महाआरती के क्रम में विभिन्न पुष्पों सहित कमल पुष्पों से भगवान शिव के अलौकिक स्वरूप का श्रृंगार किया गया शृंगार उपरांत निखरे बाबा के अद्भुत स्वरूप का दर्शन कर भक्त गण निहाल हो उठे।
घंटा, घड़ियाल, डमरू की डम- डम और नगाड़े की थाप के साथ शंखनाद की करतल ध्वनि के साथ बाबा बड़े शिव की आरती भक्तों ने उतारी ओम जय जगदीश हरे एवं ओम जय शिव ओंकारा का स्तुति गान कर भक्तों ने हर-हर महादेव का उद्घोष लगाया। देर रात्रि तक पूजन-अर्चन का क्रम चलता रहा। महाप्रसाद का वितरण ओम विश्वकर्मा के सौजन्य से कराया गया इस मौके पर प्रमुख रूप से सुजीत जायसवाल, शिव अग्रहरि, रामजी जयसवाल, कोमल मोदनवाल, घनश्याम जयसवाल, दीपक, संतोष, दिलीप, संजय, राजू यादव, हैप्पी गुप्ता सहित तमाम भक्तगण मौजूद रहे