सीतामढ़ी से संजय मिश्रा की रिपोर्ट
सीतामढ़ी। जिले के प्रमुख पर्यटन व धार्मिक स्थल सीतामढ़ी में सैर सपाटा करने आये इलाहाबाद जिले के तीन युवक रविवार को गंगा स्नान के दौरान डूबने लगे। घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों ने दो को तो किसी तरह बचा लिया जबकि एक युवक की गंगा में डूबने से मौत हो गयी। खबर पाते ही मौके पर पहुंची कोइरौना पुलिस गोताखोरों से शव की तलाश में जुट गई। करीब घण्टा भर की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने लाश बरामद करने में सफलता पा ली। वहीं सीतामढ़ी आये जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। नहाने वालों के लिए सीतामढ़ी स्थित महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट डेंजर जोन साबित हो रहा है। तीन माह के दौरान यहां आधे दर्जन से अधिक युवा पर्यटकों की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया कि बढ़ती घटनाओं को देखते हुए बैरिकेडिंग करायी गयी थी और सतर्कता बरतने हेतु चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया था। लेकिन इसके बाद भी लोग जिला प्रशासन की हिदायतों को किनारे कर गंगा में कूद जा रहे हैं, जो उनके लिए खतरनाक साबित हो रहा है। उधर फादर्स डे के दिन बेटे के खोने का गम घटनास्थल पर रोते बिलखते पहुंचे पिता और परिजनों के चेहरे पर साफ दिख रहा था।
बता दें कि इलाहाबाद जिले के हंडिया कोतवाली के भीटी रामनाथी गांव निवासी अनिल मौर्या 22 पुत्र महेंद्र मौर्य और इसी गांव का दिनेश कुमार मौर्या 25 पुत्र बृजेश मौर्या के अलावा किरांव धनूपुर निवासी मनीष मौर्या 26 पुत्र विजय प्रसाद रविवार को करीबी पर्यटन स्थल सीतामढ़ी में घूमने आए थे। सुबह तकरीबन 9:15 बजे तीनों साथी गंगा में स्नान करने लगे। तभी मनीष स्नान के दौरान गंगा में डूबने लगा उसे बचाने के लिए अनिल और दिनेश आगे बढ़े लेकिन वह दोनों भी डूबने लगे।
इस दौरान घाट पर मौजूद मल्लाह माल्टा ने मनीष और दिनेश को तो बचा लिया, लेकिन अनिल गंगा में डूब गया। कोइरौना पुलिस के नेतृत्व में गोताखोंरों के अथक प्रयास के बाद लगभग 10:30 बजे उसका शव निकाला गया। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अनिल कुल चार भाई व एक बहन के बीच तीसरा था और अभी अविवाहित था। उधर जिलाधिकारी ने घटनास्थल के निरीक्षण के दौरान जान बचाने वाले स्थानीय गोताखोर क्रमशः दिनेश माल्टा व लथेरन सिंह की प्रसंशा की।