मुंबई। मुलुंड पश्चिम स्थित विद्यापति नगरी परिसर क्षेत्र के त्रिशला अपार्टमेंट के पांचवें मंजिल पर कमरा संख्या ५०२ में आयोजित गणपत्ति वप्पा के मंचकुंज के समक्ष ५ सितंम्बर को शाम ६ बजे से शुरू हुए गायन भजन के कार्यक्रम में हंडिया तहसील के निवासी गायक एवं गीतकार सुनील उपाध्याय की गायकी पर फिंजा में चल रही मदमस्त मयघुली रिमझिम फुहारो के बावजूद भी उपस्थित जनसमूहो के पांव थिरकने के बगैर रूक न सके आलम यह हुआ कि रात के तकरीबन ८ बजे के बाद झूमनें लगें।
बता दें कि छोटे-छोटे आयोजनो में गायकी से शुरूवात करनेवाले श्री उपाध्याय आजकल एक सफल एवं उम्दा गीतकार भी बन चुके है जिनके गाये और लिखे गीत यूट्यूब पर काफी सुर्खिंयों में है। जिनमें आयो रे मोरे घरवा गजानन आयो रे तथा आयो रे गजानन आदि काफी तहलका मचा रहें है।
बतातें चलें कि आयोजक गणपति भक्त बाबा आशाराम दुबे जो जौनपुर जिले से बिलाँन्ग करते है वे इस आयोजन में तमाम उत्तरभारतीय बंधुओ को आमंत्रित किए थे। जिनमें अति विशिष्ट पुरूष अतिथिगणो के अलावा काफी संख्या में महिलांए भी उपस्थित हुई थी जिन सबने इस गायक कलाकार की गायकी सुन काफी तारीफे की।
उपस्थित पुरूष अतिथियों में विशाल तिवारी, प्रवीण पांडे, रामाधार प्रजापति, तुषार आदि का कहना था कि हमें इस गायक कलाकार के गणपति वंदना का गाना मंत्रमुग्ध कर दिया। जबकि महिला श्रोताओ में कविता तिवारी, रिमझिम, गुड्डी आदि का कहना था कि देवी मैंया के गीत अङहूल के फूलवा और सोहर आदि के गाने सुन-सुन हम सभी अपने आप को झूमनें से रोक न सकें।