पूछताछ के नाम पर कालीन निर्यातक को हिरासत में लेकर कार्रवाई के बजाय थाने में की जा रही आवभगत
भदोही। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का चुनावी वायदा था कि महिलाओं की अस्मत व सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के सीने पर बुलडोजर चलवा दिया जाएगा। यह वायदा तो खुद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी रहा। बदहाल हो चुकी सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर ही यूपी की आवाम ने भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया। और सूबे के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी हुई।
सरकार बनने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई बड़े उपाय भी किये। एंटी रोमियो जैसा दस्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की ही देन है। पूर्व की सरकारों में जिन महिलाओं को सड़क, बाजार, बस अड्डों पर जाने से भय लगता था, वह महिलाएं अब देर रात भी योगी सरकार द्वारा बनाये गए सुरक्षा का एहसास करते हुए सड़कों पर बेखौफ निकल रही है। लेकिन मखमली व रंग-बिरंगी कालीनो के लिए देश दुनिया में विश्व विख्यात कालीन नगरी में महिला अपराध पिछले कुछ समय से काफी बढ़ा है। महिला सुरक्षा को लेकर जिले के पुलिस के आला अफसर तो बेहद गंभीर हैं। लेकिन कोतवाली, थाना, पुलिस चौकियों का रवैया आज भी पूर्व की सरकारों की तरह है। ताजा उदाहरण भदोही शहर की एक विधवा महिला दुष्कर्म का मामला है। जहां जमीन दिलाने के बहाने भदोही शहर के नूरखानपुर निवासी कालीन निर्यातक सलीम अंसारी उर्फ भोला नामक व्यक्ति पर 40 वर्षीय विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इसकी शिकायत पीड़ित विधवा महिला ने सुरियावां पुलिस से की।
मामला एक धनाढ्ण्य कालीन निर्यातक से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने महिला से मारपीट की तहरीर लेकर दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप को मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद पीड़ित महिला पुलिस क्षेत्राधिकारी भदोही कार्यालय पहुंची। यहां भी पीड़ित महिला को सिर्फ आश्वासन की घुट्टी मिलती रही। थकहार कर महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो वायरल किया। साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। और एक प्रार्थना पत्र एसपी को दिया। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर सुरियावां पुलिस तो सक्रिय हुई। और आनन-फानन में आरोपी कालीन निर्यातक को हिरासत में लेकर पूछताछ के नाम पर सुरियावां पुलिस थाने में ही कालीन निर्यातक की आवभगत में जुटी हुई है। जबकि पीड़ित विधवा महिला अब भी न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। न्याय के लिए कई दिनो से भटक रही महिला की तबियत उस वक्त गुरूवार को खराब हो गई, जब वह इंसाफ पाने के इरादे से जिला मुख्यालय गई हुई थी। पिछले कुछ दिनो से दुष्कर्म जैसी वारदात को लेकर कालीन नगरी काफी सुर्खियों में है। अभी हाल में भदोही शहर कोतवाली क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित केशरी एक्सपोर्ट नामक एक कालीन कम्पनी में महिला कालीन बुनकर के साथ कम्पनी मालिक रामचन्द्र गुप्ता व उसके एक साथी वकील ने गैंगरेप जैसी घटना को अंजाम दिया था।
हालांकि इस मामले में दोनो आरोपी जेल मे हैं। उसके बाद वाराणसी की एक 33 वर्षीय विधवा महिला ने भदोही विधायक रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी सहित उनके परिवार के लगभग आधा दर्जन लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस मामले में भदोही भाजपा विधायक रवीन्द्र त्रिपाठी सहित सभी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज हो गया। खादी परिवार पर इस तरह के लगे आरोप से भदोही के सियासी गलियारों में सनसनी फैल गई। रंग-बिरंगी कालीनो के लिए देश दुनिया में विख्यात कालीन नगरी भदोही में पिछले कुछ दिनो से महिलाओं के साथ हो रही घिनौनी वारदात को लेकर सुर्खियों में है।