जंगीगंज तिराहे पर दिन में तैनात नहीं रहते एक भी पुलिस कर्मी
जंगीगंज(भदोही): जी हाँ बेशक हमारी सरकार सड़क दुर्घटनाएं रोकने के दावे करती है परंतु वास्तविकता यह है कि इनमें लगातार वृद्धि हो रही है जिस कारण भारत आज विश्व में सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौतों वाला देश बन गया है और सड़क दुर्घटनाओं की राजधानी कहलाने लगा है। जी हाँ उत्तर प्रदेश में जब से प्रयाग नगरी से काशी नगरी तक हो रहे सिक्स लेंन निर्माण से हो रहे ज्यादार सड़क हादसे जंगीगंज , सूफ़ीनगर, ऊंज, कौलापुर , औराई इत्यादि स्थानों पर हो रहे है । इस समय सड़क निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है । और सड़क की गिट्टियां उधड़ रही है ।
उधड़े हुए गिट्टियों की वजह स्व और राष्ट्रीय राजमार्ग पूरा फिसलन भरा हो गया । इससे सबसे ज्यादा दिक़्क़त तो दो पहिया वाहनों को रही है इसी कारण सड़क दुर्घटना में भी बाढ़ आ गया है । लेकिन इस पर ना तो अधिकारी ध्यान दे रहे है ना तो कर्मचारी और तो और जंगीगंज तिराहे पर दिन एक भी पुलिस कर्मी तैनात नही रहते जिससे स्थानीय लोगो ने नाराज़गी जाहिर किया । इससे ये प्रतीत होता बाबत पुलिस कितनी लापरवाह है ।
जी हा अगर तिराहे पर पुलिस की तैनाती कर दिया जाय तो जाम झाम से लोगो को काफी राहत भी मिलेगी और रास्ता भी साफ रहेगा और नागरिकों को दिक्कतों का सामना नही करना पड़ेगा । लेकिन जंगीगंज पुलिस चौकी के सिपाही तो तिराहे पर लगें वहाँ के स्थानीय नागरिको से व्यवहार बनाये फिरतें है । ऐसे कोई घटना हो या दुर्घटना साहब दुकानों पर बैठकर आराम फरमाते है ।
इस समय इलाहाबाद बनारस के राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत कई बाज़ारो में पर आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण यह भी हैं की यहाँ वास्तव में ही बिना किसी परीक्षा पास किये ही ज्यादातर कस्बों और गावों में लोगों को लाइसेंस दे दिया जाता, सच तो यहाँ तक हैं की कभी-कभी जो आर.टी.ओ. के दलाल हैं वो लोगों को कह देते हैं की आपको वहाँ जाना भी नहीं पड़ेगा और हम सब कुछ करवा देंगे आपको लाइसेंस आपके घर पर दे जाएंगे ज्यादातर यह ब में महिलाओं और पुरुषों के साथ हो रहा है लेकिन भारत सरकार के ट्रांसपोर्ट मंत्रालय ने लाइसेंस देने की प्रक्रिया को काफी मजबूती दी हुई हैं।
विभाग के अनुसार जब तक आप स्वयं जा कर अपना पेपर नहीं देंगे और आपको ट्रायल भी देना पड़ेगा तब तक आपको ड्राविंग लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। लेकिन यह सब केवल मंत्रालय के कागजों और कार्यालयों के अंदर ही होता हैं, वास्तव में आर.टी.ओ. के ऑफिस में जहाँ पर यह पूरी प्रक्रिया होती हैं वहां पर यह सब काम केवल आर.टी.ओ. के सिपाही ही करते हैं। वही आपकी परीक्षा देते हैं वही बाकी की प्रक्रिया करते हैं आप अगर गए हैं तो बुत बनके बैठे रहिये बस, तो यहाँ भी जिम्मेदारी सरकार की ही निकल के आती हैं