भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। मृतका नाजिया की मां, नूरजहां ने मामदेवपुर निवासी अजय सरोज के पुत्र अभिषेक सरोज पर यौन शोषण, ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है, जिससे नाजिया आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुई। नूरजहां ने यह बयान अदालत में धारा 156(3) के तहत दिया है। इसके बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
मृतका की मां ने भदोही पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने न तो उनकी बात सुनी और न ही आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई की।
ज्ञात हो कि 8 सितंबर की रात को भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग के आवास पर नाजिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और चार दिन के अंदर ही जाहिद बेग, उनकी पत्नी और बेटे जईम बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। विधायक और उनका बेटा जेल में हैं, जबकि उनकी पत्नी अब तक फरार हैं। पुलिस ने उन्हें 15 अक्टूबर तक हाजिर होने का आदेश जारी किया है।
6 अक्टूबर को भदोही में आए नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने आरोप लगाया था कि मृतका का किसी लड़के के साथ अवैध संबंध था। पुलिस ने उस लड़के को हिरासत में लिया था, लेकिन जांच किए बिना उसे छोड़ दिया गया, क्योंकि विधायक को राजनीतिक द्वेषवश फंसाना था।
सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस मामले को राजनीतिक साजिश बताया था। अखिलेश यादव ने कहा था कि जाहिद बेग को मुस्लिम होने के कारण फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है।
अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब नाजिया की मां ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को बताया कि वह पिछले सात-आठ साल से विधायक के घर पर नौकरानी का काम कर रही थीं और उनकी बेटी नाजिया मदरसे से लौटने के बाद विधायक के घर पर रहती थी। नाजिया की पहचान अभिषेक से हुई, जिसने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसके फोटो-वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने लगा। इस मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर नाजिया ने आत्महत्या कर ली।
नूरजहां ने बताया कि उसने भदोही थाने में अभिषेक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। बाद में उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी रजिस्टर्ड डाक के जरिए प्रार्थना पत्र भेजा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आदेश दिया है कि इस शिकायत की भी विवेचना की जाए।