नक्षा पास कराने के लिये महीनों दफ्तर का चक्कर काट रहे लोग
भदोही। जनपदवासियों को सुनहरे सपने दिखाकर स्थापित किया गया भदोही विकास प्राधिकरण ‘बीडा’ सिर्फ दिखावटी शोपीस बनकर रह गया है। अपनी जेब भरने में लगे प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों की मनमानी इतनी बढ़ गयी है कि बीडा आकंठ भ्रष्टाचार में डूबता दिखायी दे रहा है। बीडा द्वारा निर्मित कालोनियों को सर्विस देने में नाकाम बीडा सिर्फ सर्विस चार्ज के नाम पर धनदोहन में लगा है। वहीं कर्मचारियों का हाल यह है कि यदि कोई व्यक्ति नक्षा पास कराने आता है तो उसे महीनों का चक्कर लगवाया जाता है। सुविधा शुल्क देने के बाद भी अपनी छत बनाने का सपना लोग समय से पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
गौरतलब हो कि अभी तक बीडा द्वारा तीन कालोनियों का निर्माण किया गया है। जिसमें रजपुरा कालोनी को अलग-अलग फेज में बांटा गया है। वहीं जमुनीपुर और पिपरीस बीडा कालोनी भी शामिल है। इन कालोनियों को पानी निकासी, पेयजल, साफ सफाई आदि सुविधाओं के नाम पर सिर्फ सर्विस चार्ज वसूला जाता है। जबकि सर्विस के नाम पर बीडा शुन्य हैं। कालोनी वासियों को समय से पेयजल न मिलना, साफ-सफाई न होने से गंदगी का अंबार जमा रहना, पानी पिकासी की उचित व्यवस्था न होना, कालोनियों के जर्जर हुये विद्युत तारों को न बदला जाना जेसी समस्यायें मुंह बायें खड़ी रहती है। यदि कोई शिकायत करता है बीडा कर्मियों द्वारा उसे धमकी दी जाती है।
सर्विस चार्ज का भुगतान न करने पर आरसी काटने व जेल भेजने का भय दिखाया जाता है। बीडा द्वारा सबसे अधिक परेशानी उन्हें है जो अपने सिर पर छत बनाने के लिये नक्शा पास कराने आते हैं। ऐसे लोगों को कई महीने तक दौड़ाने के बाद भी नक्शा पास नहीं होता। बीडा की प्रशासनिक व्यवस्था से तंग आकर लोगों ने यह भी कहना शुरू कर दिया है कि यदि सुविधा शुल्क के लिये बीडा लोगों को परेशान करती है तो हर काम का एक रेट बोर्ड लगा दे ताकि लोग सुविधा शुल्क देकर अपना काम करा सकें।