यूपी के भदोही जिले में कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा आयोजित 47वें कालीन मेले का उद्घाटन करने के लिए कार्पेट एक्सपो मार्ट पहुंचे केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कालीन उद्योग की बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने भदोही में ईएसआई अस्पताल स्थापित करने के साथ-साथ 2030 तक टेक्सटाइल उद्योग को 350 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बनाने का लक्ष्य भी रखा। साथ ही उद्यमियों को एआई तकनीक अपनाने और नये प्रयोग करने की सलाह दी।
मंगलवार को एक्सपो मार्ट में दीप प्रज्वलन कर केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कालीन मेले का उद्घाटन किया। इसके बाद, सीईपीसी के चेयरमैन कुलदीप राज बाटल और अन्य पदाधिकारियों ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री पवित्रा मार्गरिटा, उत्तर प्रदेश के वस्त्र मंत्री राकेश सचान, सांसद डॉ. बिनोद कुमार बिंद, पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, औराई विधायक दीनानाथ भास्कर, ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, पूर्व विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा, काशी प्रांत मंत्री आशीष सिंह समेत अन्य अतिथियों को मेले में लगाए गए स्टालों का अवलोकन कराया और कालीन की बारीकियों से परिचित करवाया।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कालीन उद्योग की प्रगति के लिए बड़ा लक्ष्य प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि 2030 तक टेक्सटाइल उद्योग को 350 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बनाना है, जिसमें कालीन उद्योग की अहम भूमिका होगी। भदोही को सबसे बड़ा श्रमशक्ति वाला जिला बताते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षमता का सही दिशा में उपयोग होना चाहिए। गिरिराज सिंह ने दरी और कालीन को ‘चचेरे भाई’ की संज्ञा दी और कहा कि रोजगार देने वाले इस उद्योग के विकास में हर स्तर पर केंद्र और राज्य सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि कालीन उद्योग हमारी विरासत है और तुर्की जैसे देश, जो नकल करके आगे बढ़ रहे हैं, इस विरासत का मुकाबला नहीं कर सकते। उद्यमियों को नई तकनीकों को अपनाकर इस विरासत को आगे बढ़ाना चाहिए।
इसके साथ ही, भदोही में ईएसआई अस्पताल के लिए जमीन तलाशने का निर्देश डीएम विशाल सिंह को दिया। इस अवसर पर रवि पटौदिया, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, पियूष बरनवाल, संगीता खन्ना आदि ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।