भदोही लोकसभा के शिवसेना प्रत्याशी प्रमोद दूबे ने पर्चा खारिज होने के बाद जिला के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट जाकर चुनाव को स्थगित कराने की बात कही है। बुधवार को भदोही जिले में 20 प्रत्याशियों का पर्चा खारिज हुआ जिसमें शिवसेना के प्रमोद दूबे भी है।
प्रमोद दूबे का कहना है कि मेरा पर्चा केवल इसलिए खारिज किया गया कि मैने शपथपत्र नही पढा जबकि अधिकारी सभी को शपथ पत्र पढने को कहे और मुझसे नही कहे तो मैने नही पढा तो इसमें मेरी क्या गलती है?
आरोप लगाया कि सभी अधिकारी राजनीतिक दबाब में बिककर पर्चा खारिज किये।कहा कि इस तरह लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। हाईस्कूल पास अपराधियों का पर्चा वैध कर दिया गया जबकि पढे लिखे लोगो का खारिज किया गया।
प्रमोद दूबे ने मुख्यालय परिसर में लगे सीसी फुटेज और अधिकारियों के कार्यों की जांच की मांग की। कहा कि हाईकोर्ट में अपील करके मै चुनाव को स्थगित कराऊंगा। कहा कि मैने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस मामले पर बात की तो उन्होने जिलाधिकारी से बात करनी चाही लेकिन जिलाधिकारी ने अपना फोन अपने स्टेनो को देकर बात नही की। कहा कि जिलाधिकारी अपने लेटर पैड पर मेरा पर्चा निरस्त होने का कारण लिख कर दें। और मै हाईकोर्ट जाऊंगा क्योकि मेरे साथ अन्याय हुआ है।