जंगीगंज(भदोही): क्षेत्र के जंगीगंज बाजार के पुरानी बाजार में चौरा माता ग्राम मंदिर पर चल रहे भागवत कथा में आचार्य अनिल पंडित ने कहा कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव को अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए । स्वामी ने श्रीराम जन्म की कथा सुनाई गई एवं श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव मनाया गया श्रोता भाव विभोर हो गए और नाचने गाने को विवश हो । कथा में बताया कि ययाति के बड़े पुत्र यदु हुए। उन्हीं के वंश में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी को रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ। भगवान कृष्ण ने संसार को अंधेरे से प्रकाश में लाने के लिए जन्म लिया और अज्ञान रूपी अंधकार को ज्ञानरूपी प्रकाश से दूर किया। भगवान कृष्ण को जब वसुदेव यशोदा मैया के घर लेकर जा रहे थे तो, शेषनाग ने छाया की और गंगामाता ने चरण छुए। कृष्ण को नंदबाबा के घर छोड़कर यशोदा मैया की कन्या को लेकर वापस कंस के कारागृह में आए। कथा में कृष्णोत्सव मनाया गया और पूतना उद्धार की कथा सुनाई गई। कथा में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ पूरा पंडाल ‘नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालल्ला की’ के जयकारों से गूंज उठा इस मौके पर वकील सेठ, रतन सेठ , पवन जायसवाल धीरज सेठ डॉ एस एस पांडे राकेश मिश्रा मनोज मिस्त्री पप्पू यादव आदि लोग उपस्थित रहे