मिर्जापुर- उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद में विद्युत विभाग के जेई का घोर लापरवाही सामने आया है। दरअसल ये मामला जनपद के पुरजागिर फीडर से सम्बंधित है।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त फीडर के अंतर्गत दिनांक 07/07/2018 को करेरूआ गाँव में जेई द्वारा अपने टीम के साथ पहुँचकर किसी अज्ञात व्यक्ति से कुछ लोगों का नाम व पता के विषय में जानकारी ले लिया गया।
इसके बाद गाँव के नौ व्यक्तियों की सूची बनाकर थाना चील्ह में 2 किलोवाट विद्युत चोरी का मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया। जिसमें गाँव की अत्यन्त गरीब माधुरी देवी पत्नी उमाकांत मिश्रा का भी नाम शामिल है। माधुरी देवी विद्यालय में रसोईयाँ का कार्य करके अपने छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करती है एवं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर झोपड़ी बनाकर रहती है।
गौरतलब हो कि गरीबी के कारण उसने विद्युत संयोजन भी नहीं कराया है, फिर भी पुरजागिर जेई मनीष सिंह द्वारा आरसी जारी करके उक्त गरीब महिला से 134707 रूपये की वसूली का फरमान जारी कर दिया गया एवं अमीन द्वारा माधुरी देवी को रविवार के दिन आर सी दे दिया गया। इस मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएँ ब्याप्त हैं कि जेई द्वारा उस गरीब महिला के झोपड़ी में 2 किलो वाट विद्युत चोरी दिखाकर मुकदमा दर्ज करा दिया गया जो कि न्यायोचित नही है।
माधुरी देवी ने इस सम्बंध में आज दिनांक 25/03/2019 को अधिशासी अभियन्ता (विद्युत विभाग) मिर्जापुर को प्रार्थना पत्र देते हुए जेई मनीष सिंह के उपर आरोप लगाया है कि “हमारे पति वर्षों से लापता हैं और हम कभी भी बिजली का उपयोग नहीं किये हैं फिर भी जेई द्वारा बिजली चोरी का फर्जी मुकदमा कराया गया है।
अधिशासी अभियन्ता ए.के. सिंह द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द ही जाँच कराकर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।