मुंबई
कांग्रेस के पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े ने एक बार फिर पाला बदलते हुए, भाजपा का दामन छोड़ कर शिवसेना में प्रवेश कर लिया है। देखा जाए तो कृष्णा हेगड़े ने बहुत ही सोच समझ कर एक दूरदर्शिता पूर्ण निर्णय लिया है। कृष्णा हेगड़े ने यह सोच कर भाजपा का दामन पकड़ा था कि भाजपा उन्हें विधान परिषद सदस्य ( एमएलसी) बनाएगी। भाजपा से मोहभंग होने के बाद शिवसेना में शामिल कृष्णा हेगड़े को पूरी उम्मीद है कि शिवसेना उन्हें विलेपार्ले विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाएगी। कृष्णा हेगड़े यहां से विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस, एनसीपी तथा शिवसेना संयुक्त रूप से चुनाव लड़ेगी। ऐसी हालत में कृष्णा हेगड़े सबसे मजबूत प्रत्याशी के रूप में नजर आएंगे। पिछले कुछ वर्षों में विलेपार्ले विधानसभा में शिवसेना का वर्चस्व तेजी से बढ़ा है। यहां के कई वार्डों में शिवसेना के नगरसेवक हैं। कुल मिलाकर कृष्णा हेगड़े के रूप में शिवसेना को विलेपार्ले विधानसभा से एक अच्छा चेहरा मिलता दिखाई दे रहा है। शिवसेना में प्रवेश करते ही कृष्णा हेगड़े विलेपार्ले विधानसभा में सक्रिय हो गए हैं। विले पार्ले पूर्व में युवा सेना के कार्यक्रम को उन्होंने संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ युवा सेना के महासचिव वरुण सरदेसाई तथा अमोल कीर्तिकर, महिला विभाग प्रमुख रूपाली शिंदे ,पूर्व शिवसेना नगरसेवक सुभाष सावंत, शुभदा पाटकर ,चंद्रकांत पवार ,संदीप नाईक विभाग प्रमुख जितेंद्र जनावले, नितिन डीचोलकर ,जूली शिंदे समेत अनेक शिवसैनिक उपस्थित रहे।