कथित थप्पड़ काण्ड को लेकर चर्चां में छाये भदोही सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त की तूलना अब एक एक भाजपा नेता ने भगवान भोलेनाथ से कर दी। भाजपा के इस नेता ने कहा कि भदोही सांसद के व्यवहार में यह शामिल ही नहीं है कि वे किसी को अपशब्द कहें, बल्कि लोगों द्वारा की जा रही तमाम कड़वी बातों को इस तरह दरकिनार कर जाते हैं जैसे भगवान शंकर समंद्र मंथन के दौरान विष का प्याला ग्रहण कर लिये थे।
मीडिया पर छाये कथित थप्पड़ काण्ड को लेकर जब भाजपा काशी प्रान्त के मंत्री आशीष सिंह बघेल से पूछा गया तो उन्होंने घटना को पूरी तरह अफवाह बताते हुये कहा कि भाजपा एक अनुशाषित पार्टी है और संघ से जुड़े लोग सभी का सम्मान करते हैं। यह अलग बात है कि परिवार में घटनायें होती रहती हैं इसका मतलब यह नहीं होता हैं कि किसी से द्वोष भाव रखा जाये।
कहा कि भाजपा जाति और धर्म की राजनीति नहीं करती है। कहा हम सब हिन्दुस्तानी है और हमेशा देश के बारे में सोचते हैं। कहा जो लोग जातिगत अफवाह फैलाकर सांसद को जातिवादी घोषित करने में लगे हैं वे अपनी छुद्र राजनीति को साधने का काम कर रहे हैं। जो कभी सफल नहीं होगा।
श्री सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद के बारे अक्सर विरोधी अनुचित बातों को हवा देते रहते हैं, तमाम तरह कि अमर्यादित बातें बोली जाती हैं किन्तु सांसाद ने कभी किसी का अपमान नहीं किया। भाजपा परिवार में हुई एक छोटी सी वाद विवाद की घटना को तूल देकर विरोधी पार्टी को बदनाम करने में तुले हैं जो सफल नहीं होगा। कहां सांसद भगवान भोलनाथ की तरह हैं जो विरोधियों की बातों को विष की तरह पी जाते हैं।
सर क्यों भगवान से तुलना कर रहे है शर्म करे !
आप के सोशल मीडिया BJP के व्हाट्सएप पर भी साबित हो गया कि यह कोई पहली घटना नही है और पहले भी हो चुकी है सांसद जी द्वारा !
चाटुकारिता की भी हद होती है । भाजपा नेता ने सांसद को भगवान की पदवी दे दी, ये वही भाजपा के लोग है जो हमेशा दूरी पार्टियों को चाटुकारिता के लिए बदनाम करते है अब अपने नेताकी ख़ुशामदीद में लगे जिए हैं।