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भदोही में भाजपा की सूची जारी, भदोही विधायक को लगा झटका

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रिपोर्ट: हरीश सिंह के साथ लक्ष्मीशंकर पाण्डेय

भदोही। जिला पंचायत के लिये भाजपा ने अपनी सूची जारी कर दी। दो अप्रैल की शाम जारी हुई सूची में सबसे बड़ा धमाका भदोही विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी के भाई और दो भतीजों को सूची से बाहर करके किया गया है। अन्य स्थानों पर भी कई योग्य दावेदारों की भी उपेक्षा हुई है। सूची से बगावत के संकेत साफ हैं। इसका खामियाजा भी भाजपा को ही भुगतना होगा। वैसे भी पूर्व से ही ऐसे संकेत मिले थे जब वायरल सूची को लेकर आलोचना के दौर शुरू हो गये थे।
अबतक की स्थिति जानने के लिये जाने कि पंचायत चुनाव में जिला पंचायत दावेदारों की बढ़ी तादात को अपनी बढ़ती लोकप्रियता का पैमाना समझ बैठी भाजपा के लिये अब बढ़े दावेदार ही गले का फांस बन गये। बगावत की आशंका से सहमी भाजपा इस तरह हलकान रही कि चयनित दावेदारों की सूची आम करने की उसकी हिम्मत ही नहीं हुई। तय था कि एक अप्रैल तक सूची जारी कर दी जायेगी। शायद हो भी गयी होती किन्तु हो नहीं पायी। इसके कारणों में जाने पर पता चला कि टिकट बंटवारे में भाजपा के जिम्मेदार पदाधिकारी योग्य एवं जिताउ दावेदारों के चयन में निष्पक्षता नहीं दिखायी। आरोप है कि चयन में चहेतावाद को ही मानक बनाया गया। सूत्रों की मानें तो जिले से काशी प्रान्त पहुंची सूची अधिकृत होकर जिले में घोषणा के लिये भी आ गयी थी। किन्तु इसी बीच किसी तरह सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। चंद पलों में ही अफवाहों का बाजार भाजपाईयों की जुबानों पर चढ़ गया। वायरल सूची में प्रमुख दावेदारों का नाम गायब देखकर भाजपाईयों को हैरानी हुई। विरोध के स्वर तेजी से सोशल मीडिया का रास्ता पकड़ लिये। निवाला मुंह में जाने के पूर्व ही मरी मक्खी देखकर भाजपा पदाधिकारी सकते में आ गये। यह तय लगने लगा कि सूची घोषित होते ही बगावत की आंधी जिले से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक शिकायतों का बवंडर खड़ा कर देगी। माना जा रहा है कि राय विमर्श के बाद भाजपा सूची की घोषणा ही नहीं किया और शायद पुर्नविचार मंथन में जुट गयी कि यदि कहीं कुछ गलत हुआ हो तो उसे सुधार लिया जाय। अपने लिहाज से संभवतः आंशिक सुधार के बाद आज दो अप्रैल को सायं 5 बजे के करीब सूची जारी तो कर दी गयी। किन्तु सूची में बड़ा धमाका जिले के उत्तर पश्चिमी वार्ड 7, 8 और 9 में हुआ। जहां से विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी के भाई और दो भतीजे प्रबल दावेदार थे। श्री त्रिपाठी के परिजनों में तीन के तीनों का टिकट काट दिया गया। बताते हैं कि वार्ड 9 से विधायक श्री त्रिपाठी के अनुज एवं सुरियावां ब्लाक प्रमुख अनिरूद्ध त्रिपाठी मैदान में थे। उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था। वार्ड 9 से भाजपा ने ब्लाक प्रमुख की जगह भाजपा नेता एवं भानापुर निवासी रामलोलारक सिंह के पुत्र विश्वनाथ प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इसी तरह वार्ड 8 से चुनाव मैदान में डटे विधायक के ज्येष्ठ भतीजे चन्द्रभूषण उर्फ पप्पू त्रिपाठी की जगह गौरीशंकर मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह वार्ड 7 से चुनाव लड़ रहे विधायक के मंझले भतीजे एवं पप्पू त्रिपाठी के भाई सचिन त्रिपाठी के स्थान पर ब्रिजेश सिंह टंटू को प्रत्याशी बनाया है।
इस तरह विधायक परिवार के तीनों दावेदारों को भाजपा ने नजरअंदाज कर दिया। इसे लेकर जिले में जोरदार चर्चा है। लोग इस बात से हैरान हैं कि भाजपा के सामने ऐसी कौन सी मजबूरी थी, जो उसने विधायक परिवार को चुनाव से दूर रखने का फैसला लिया।
ज्ञात हो कि विधायक श्री त्रिपाठी के भाई अनिरूद्ध त्रिपाठी सुरियावां ब्लाक प्रमुख और पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी रहे हैं। इसी तरह उनके भतीजे सचिन त्रिपाठी निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य हैं। ऐसे चेहरों की जगह अन्य को प्रत्याशी बनाना लोगों को हैरान किये हुये है। सूची घोषित होते ही विधायक समर्थकों में जोरदार नाराजगी देखी गयी। लोग तरह तरह की चर्चा करते सुने गये। सूझबूझ वाला विधायक परिवार इसे सामान्य रूप से भले स्वीकार कर ले किन्तु क्षेत्रीय लोग तो यहीं दावा कर रहे हैं कि विधायक परिवार निर्दल ही चुनाव लड़ेगा और जीतकर जिला पंचायत में पहुंचेगा। कम से कम उनके समर्थकों के तेवर और दबाव को देखते हुये तो यहीं लगता है। हलांकि कुछ ऐसे लोग भी हैं जो यह मान रहे हैं कि पार्टी का निर्णय विधायक परिवार स्वीकारेगा। किन्तु यह कहने वाले भी कम नहीं हैं कि भाजपा ने जैसे चेहरों पर अपना दांव लगाया। उसमें अधिकतर ऐसे हैं। जिन्हें क्षेत्रीय लोग भी नहीं जानते। ऐसे में भाजपा का जिला पंचायत पद कब्जे वाला सपना यदि सपना ही रह जाय तो आश्चर्य नहीं।
जो भी हो किन्तु इस आशंका की पूरी संभावना है कि बगावत का बवंडर भाजपा की नाव को भवंर में हलकान करता रहेगा। जिसके जिम्मेदार कोई और नहीं खुद भाजपा ही होगी।
जिला पंचायत वार्ड का नं. व नाम उम्मीदवार का नाम
1. भदोही प्रथम श्रीमती सीता देवी
2. भदोही द्वितीय मोतीलाल
3. भदोही तृतीय कमलेष सरोज
4. भदोही चतुर्थ श्रीमती वंदना तिवारी
5. भदोही पंचम श्रीमती सुष्मिता गुप्ता
6. सुरियावां प्रथम श्रीमती अमोला देवी
7. सुरियावां द्वितीय बृजेश सिंह टंटू
8. सुरियावां तृतीय गौरीशंकर मिश्रा
9. अभोली प्रथम विश्वनाथ प्रसाद सिंह
10. अभोली द्वितीय फूलचंद्र पंकज
11. अभोली व ज्ञानपुर आषुतोश तिवारी
12. ज्ञानपरु प्रथम राहुल कुमार सरोज
13. ज्ञानपुर द्वितीय अखिलेष प्रकाष पाल
14. ज्ञानपुर तृतीय प्रदीप कुमार सिंह सिंपू
15. ज्ञानपरु चतुर्थ राजेष परदेषी
16. डीघ प्रथम मीना देवी
17. डीघ द्वितीय श्रीमती छाया देवी
18. डीघ तृतीय सुरेष मिश्र
19. डीघ चतुर्थ सुरेष दूबे
20. डीघ पंचम रवीष पाण्डेय
21. औराई प्रथम अर्चना पटेल
22. औराई द्वितीय जोखनराम बिंद
23. औराई तृतीय बसंतलाल मौर्य
24. औराई चतुर्थ अमित सिंह
25. औराई पंचम लक्ष्मी देवी
26. औराई छठां श्रीमती रेनू देवी

उम्मीदवारों के चयन में बरती गयी पारदर्शिता

भदोही। भाजपा जिलाध्यक्ष विनय श्रीवास्तव ने कहा कि त्रिस्तरीय सामान्य पंचायत चुनाव को लेकर भदोही जनपद में 15 अप्रैल को होने वाले चुनाव को देखते हुये भाजपा प्रदेश हाईकमान की संस्तुति पर जिले के सभी 26 जिला पंचायत वार्डों के प्रत्याशियों की सूची को जारी कर दिया गया है। जो प्रत्याशी पार्टी द्वारा अधिकृत किये गये हैं भाजपा के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता युद्धस्तर पर जुटकर चुनाव को भाजपा के पक्ष में लाने का काम करेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा पार्टी के प्रति समर्पित रहने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मान किया है। आज यह हम सबके लिये गौरव का विषय है कि भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। लिहाजा लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत समय समय पर होने वाले चुनावों में दावेदारी को लेकर लंबी फेहरिस्त भी रही है, लेकिन सबको उम्मीदवार बनाया जाना संभव नहीं है। पार्टी द्वारा इस चुनाव को लेकर जो गाइडलाइन जारी किया गया था। उसी के अनुसार प्रत्याशियों के चयन में पूरी पारदर्शिता का खयाल रखते हुये पार्टी ने सूची को अंतिम रूप दिया है। ऐसे में हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि भाजपा ने जिसे इस चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। उसका हर तरह से लगकर समर्थन करते हुये परिणाम को विजयश्री में बदलने का काम करें।

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