भदोही : 31 जनवरी जिले के ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के मुख्यालय मार्ग स्थित लखनो गांव में बीती रात भेड़ों के बांड़े में आधी रात के बाद किसी जानवर ने हमला कर दिया। अचानक हुए हमलो से भेड़ों में भगदड़ मच गई। सुबह भेड़ों के बांड़े में जब भेड़ पालक पहुंचा तो दृश्य देख उसके पैरो तले जमीन खिसक गई। 210 भेड़ों में से 110 भेड़ की जान जा चुकी थी।
सूचना पर स्थानीय तहसीलदार, लेखपाल व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल में जुट गई है। मिली जानकारी के अनुसार ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के जिला मुख्यालय मार्ग स्थित लखनो गांव निवासी स्व. शंकर पाल का पुत्र झल्लर पाल भेड़ पालक है। वह घर के समीप ही एक अहाते में 210 भेड़ों को बीती रात बंद कर सोने चला गया। सुबह भेड़ पालक झल्लर पाल जब भेड़ बांड़े में पहुंचा तो नजारा देख दंग रह गया। काफी संख्या में भेड़ें मरी पड़ी थी। तथा भेंड़ों के शरीर पर चोट के निशान थे। आस-पास के ग्रामीणों ने आशंका जतायी कि यह भेंड़े कुत्ते की हमलो से मरी है। लेकिन जानकारों की माने तो भेड़ें सियारों के खूनी पंजो की शिकार हुई है।
घटना आस-पास के गांव में जंगल में आग की तरह फैल गई। सूचना पर तहसीलदार, लेखपाल व कोतवाली पुलिस भी पहुंचकर जांच-पड़ताल में जुट गई है। आशंका जतायी जा रही है कि आधी रात के बाद झुंड में पहुंचे जानवरों के खूनी पंजे के शिकार हुई 110 भेड़ों की मौत हो गई है। हालांकि आस-पास के लोग भेड़ों की मौत का कारण कुत्ते के हमले को मान रहे है। कि चहारदीवारी फानकर कुत्तों का झुंड अहाते में पहुंचकर 110 भेड़ों को मौत के घाट उतार दिया। लेकिन यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है। जानकारों की माने तो भेड़ों की मौत सियारों के खूनी पंजे से हुई है।
बताते चले कि झल्लर पाल के पुत्री की शादी सात फरवरी को होना है। शादी से पहले इस हादसे ने पशु पालक को तोड़कर रख दिया है। झल्लर पाल के आर्थिक श्रोत का भेड़ ही सहारा हैं। वहीं किसी जानवर के खूनी पंजे के हमले से 10 भेड़ें गंभीर भी बतायी गई हैं। मौके पर पशु चिकित्सा विभाग की टीम पहुंचकर घायल भेड़ों का इलाज करने में जुट गई है।