जिस गुजरात में एक दलित को विवाह में घोड़ी चढ़ने से रोकने पर तमाम तरह की बातें उड़ रही थी उसी गुजरात में धर्म और जाति से परे समाजसेवा कर मिसाल कायम करने वाले कई लोग हैं। गुजरात के सुशील शर्मा ने 8 दलित लड़कियों की शादी कराकर नई मिसाल पेश की है। यह शादी समारोह बुधवार (15 मई) को पालनपुर के पाटन टाउन में संपन्न हुआ, जिसमें करीब 3 हजार लोग शामिल हुए।
सुशील शर्मा गुजरात के बनासकाठा जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी बेटी के साथ-साथ 8 दलित लड़कियों की शादी का पूरा खर्च खुद ही उठाया। इतना ही नहीं इन जोड़ों को भेंट स्वरूप गृहस्थी में इस्तेमाल होने वाले सामान दिए। सभी 9 लड़कियों की शादी एक साथ एक ही मंडप में संपन्न हुई।
इस मौके पर सुशील शर्मा ने कहा कि अपनी बेटी के साथ दलित लड़कियों की शादी कराकर मैं समाज में सदियों से चले आ रहे जातिगत भेदभाव को दूर करना चाहता था। उन्होंने बताया कि जाति के नाम पर भेदभाव एक ऐसी सामाजिक बुराई है जिसे मिटाने के लिए यह एक प्रयास भर है। अभी भी इस दिशा में काफी कुछ किए जाने की जरूरत हैउन्होंने कहा कि अपनी बेटी के साथ दलित बेटियों की शादी कराने के लिए पहले मैंने बेटी के ससुराल वालों से समहमित मांगी। वो सब इसके लिए तैयार हो गए।
कुछ लिवरल और हिंदु बिरोधी पत्रकार सवर्ण और दलित करके हिंदु समाज को तोडना चाहते है हम सब हिंदु है और अब हमे जात पात पर नही लडना है अगर कही 1 – 2 घटनाये होती भी है तो हम उसको रोकेंगे और दलित समाज को उनके हक दिलायेंगे सम्पूर्ण सवर्ण समाज हमारे अपने दलित समाज के साथ खडा है क्योकि हम सब हिंदु है।