मुंबई। आज की कड़ी स्पर्धा के युग में हर पालक अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में शिक्षा दिलवाना चाहते हैं, इसी उद्देश्य से वे अच्छे विद्यालय की खोज करते हैं। फलस्वरूप वे निजी विद्यालयों की चकाचौंध देख उसकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। जहां आकर्षण और प्रलोभन में आकर पालक अपने बच्चों का प्रवेश कराते हैं, कुछ दिनों बाद उन्हें एहसास होता है कि वे कई अनचाहे वह मनमानी सुख सुविधाओं के नाम पर शुल्क वसूली के दलदल में फंस चुके हैं। इसी वजह से कई पालक तो सिर्फ निजी विद्यालयों को देखकर यह अंदाजा लगा लेते हैं कि उनका बच्चा यहां नहीं पढ़ सकेगा। ऊपर से मुंबई जैसे महंगे शहर में रहना, खाना-पीना, पालन-पोषण इत्यादि को सोच कई माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई भी पूरी नहीं करा पाते।मौलिक तौर पर देखें, तो इस मध्यम वर्ग या गरीब परिवार की जरूरत क्या है? वह है – उत्तम शिक्षा और यही शिक्षा उन्हें उनके नजदीकी क्षेत्र में मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो जाएगा।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने इस बात का ध्यान रखते हुए निरंतर मनपा स्कूल खोलने का अपना सिलसिला जारी रखा है।इसी कड़ी में सन 2010 में मुंबई के परेल नामक स्थान पर एक हिंदी माध्यमिक विद्यालय को मंजूरी दी।सबसे महत्त्वपूर्ण बात है यह है कि इस विद्यालय तक मुंबई लोकल ट्रेनों के तीनों मार्ग द्वारा बड़ी आसानी से पहुँचा जा सकता है।मध्य रेल के परेल रेल स्थानक और पश्चिम रेल के प्रभादेवी रेल स्थानक से पूर्व की तरफ की 20 मिनट की पैदल यात्रा द्वारा इस विद्यालय तक पहुंचा जा सकता है।
वहीं हार्बर लाइन के शिवडी रेल स्थानक से पश्चिम दिशा में मात्र 10 मिनट की पैदल दूरी पर यह विद्यालय स्थित है। यह विद्यालय एक पांच मंजिला इमारत में है, जहां मराठी माध्यम के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के साथ ही साथ हिंदी माध्यम के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय चलाए जाते हैं। इस विद्यालय के दक्षिण में लालबाग, कालाचौकी तो उत्तर में दादर, नायगांव, वडाला साथ ही पूर्व से गाड़ी अड्डा, इंदिरा नगर, शिवडी, कालाकिल्ला, शिवडी नाका और पश्चिम के परेल, दादर, प्रभादेवी इत्यादि इलाकों से बड़ी आसानी से विद्यार्थी आ सकते हैं और अपना प्रवेश करा सकते हैं – वह भी नि:शुल्क।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका द्वारा इन क्षेत्रों से आने वाले बच्चों के लिए आरएफआईडी कार्ड की सुविधा दी जाती है- जिससे विद्यार्थियों को मुफ्त बस प्रवास सुविधा मिलती है, जिससे विद्यार्थी विद्यालय से घर और घर से विद्यालय तक आ जा सकता है। विद्यालय सुबह के समय का होने के साथ-साथ दो बड़े खुले मैदान, हरियाली, स्वच्छ हवा, भरपूर सूर्य प्रकाश इत्यादि सुविधाएं प्राकृतिक तौर पर है। विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के खेल कूद, शैक्षणिक और विभिन्न स्पर्धाओं के भी खुले अवसर दिए जाते हैं। इस विद्यालय से सलाम मुंबई फाउंडेशन, नन्ही कली, अंतरंग फाउंडेशन, हाई-फाई संस्था, “मैं भी कलाम”जैसे नामी संस्थाएं जुड़ी हैं। विद्यालय में प्रत्येक विषय से संबंधित पदवीधर शिक्षकों की नियुक्तियां हुई हैं।
विद्यालय का परीक्षा परिणाम महानगरपालिका के सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों के साथ-साथ निजी संस्थाओं के विद्यालयों की स्पर्धा में आता है। सभी विद्यार्थियों को “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। साथ ही विद्यालय आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। माध्यमिक विद्यालय के लिए व्यक्तिगत विज्ञान प्रयोगशाला, संगणक प्रयोगशाला, वर्चुअल क्लासरूम, डिजिटल वर्ग, पुस्तकालय, लघु सभागृह,विस्तृत सभागृह, दो बड़े मैदान और बोटैनिकल गार्डन उपलब्ध है। सामान्य ज्ञान, चित्रकला, रंगोली, मेहंदी, हस्तकला, गीत – संगीत इत्यादि के साथ-साथ फुटबॉल, क्रिकेट, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, तायक्वांदो,कबड्डी इत्यादि का प्रशिक्षण तज्ञ मार्गदर्शकों द्वारा दिया जाता है।
यहां से उत्तीर्ण हुए बच्चे खालसा कॉलेज, एलफिंस्टन कॉलेज, एम. डी. कॉलेज, एस एन डी टी कॉलेज आदि जैसे प्रतिष्ठित कनिष्ठ व महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे है।अच्छे अंकों से दसवीं में उत्तीर्ण हुए बच्चों को मनपा द्वारा संचालित बायफोकल (द्विलक्षी) कनिष्ठ महाविद्यालय में मुफ्त शिक्षा देने की सुविधा भी उपलब्ध है। मुंबई के केंद्र में स्थित होने के कारण सभी अधिकारी, महापौर, आयुक्त, शिक्षण सचिव,उपायुक्त, नगर सेवक, स्थायी समिति सदस्य, शिक्षण समिति सदस्य, शिक्षण अधिकारी, उप शिक्षणाधिकारी, प्रशासकीय अधिकारी, विभाग निरीक्षक इत्यादि समय समय पर विद्यालय निरीक्षण के लिए आते रहते हैं और अपना अमूल्य मार्गदर्शन दे यहां कार्यरत मुख्याध्यापक, शिक्षक वर्ग व अन्य कर्मचारियों के साथ साथ प्रत्यक्ष रुप से बच्चों से भी मिलते हैं। यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे सभी अधिकारियों से मिल प्रत्यक्ष रूप अपनी बातें रखते हैं और अपने सुझाव भी साझा करते हैं। पालक भी जागरूक हैं, जो समय समय पर अपने सहयोग से विद्यालय के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। बारादेवी मनपा माध्यमिक हिंदी शाला के प्रभारी मुख्याध्यापक राजधर भगवानप्रसाद पाण्डेय, जो खुद विज्ञान और गणित जैसे कठिन विषयों को सरलतम रूप में बच्चों के हृदय तक पहुंचा देते हैं, उनके अनुसार सभी पालकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों का प्रवेश बृहन्मुंबई महानगरपालिका के विद्यालयों में ही कराएं। सरकारी सुविधाओं के अलावा बच्चों के उज्वल भविष्य के लिए यह विद्यालय जितना तत्पर और व्यस्त रहते हैं शायद ही कोई रहता होगा।