भदोही। इन दिनों भदोही के कारोबारी दहशत में हैं। दहशत की मुख्य वजह पुलिस की बेपरवाही और अराजक तत्वों की बड़ी गतिविधियां हैं। पीड़ितों की माने तो पुलिस को संभवत: किसी बड़ी वारदात का इंतजार है। शायद इसी कारण पुलिस छोटी मोटी वारदातों की न केवल अनदेखी कर रही है। बल्कि पीड़ितों के शिकायतों को तवज्जो नहीं दे रही है। इससे पुलिस की छवि आम जनमानस में अराजक तत्वों को संरक्षण देने वाली बनती जा रही है। सामान्य जन तो शिकायत की हिम्मत भी नहीं कर पा रहा है। आम जनों में पुलिस के प्रति यह धारणा घर कर गई है कि जब प्रभावशाली लोगों की भी सुनवाई नहीं है तो उसकी क्या पूछ। भदोही में पुलिस के बेपरवाही का आलम यह कि कालीन उद्योग की रीढ़ कहे जाने वाले उन, धागा अथवा आगा के कारोबारी पूरी तरह दहशत में हैं। उक्त कारोबार में अधिसंख्य लोग मारवाड़ राजस्थान अथवा हरियाणा क्षेत्र के हैं। जो भदोही में ही अपना निवास स्थान बना लिए हैं। उन कारोबार वाले अधिकतर व्यवसाई भदोही के रजपुरा कॉलोनी में अपना निजी निवास बनाए हैं। कुछ किराए पर भी रहते हैं। इसमें कई स्वत: कालीन निर्माता और निर्यातक भी हैं। जिनकी कंपनी तो नगर के मध्य हिस्से में है किंतु निवास रजुपरा अथवा जमुनीपुर कॉलोनी में है। ताजा घटनाक्रमों पर गौर करें तो बीते सप्ताह राजपुरा कॉलोनी में एक कालीन निर्यातक के आवास के आसपास कुछ मनबढ़ अराजक तत्वों ने एक स्थानीय व्यक्ति से कट्टे की धौंस पर कीमती मोबाइल छीन लिया और नीले रंग के अपाचे बाइक से कट्टा लहराते फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ की और स्थानीय निवासियों के दरवाजे के सामने लगे सीसी कैमरों का फुटेज खंगाला। बताते हैं कि कैमरे में वारदात का पूरा विजन साफ—साफ दिख रहा है। बावजूद इसके पुलिस कुछ नहीं कर पाई है।
दूसरी घटना एक किशोरी के अपहरण की है। बताते हैं उस दिन किसी कारणवश उसका भाई उसे लेने स्कूल नहीं गया। वह स्कूल से पैदल घर आ रही थी। रास्ते में एक युवक उसके परिजनों का करीबी बताते हुए बलात अपनी बाइक पर बैठाना चाहा किन्तु वह नहीं बैठी। निराश युवक उक्त किशोरी की बुरी तरह पिटाई किया और भयाक्रान्त कर बाइक पर बैठाना चाहा। इस बीच कुछ लोगों के आ जाने से भयभीत युवक बाइक लेकर भाग लिया किन्तु घटना से सहमी किशोरी इस कदर भयभीत हुई कि कई दिनों तक बोल नहीं पायी। इसकी भी शिकायत पुलिस से हुई किन्तु आजतक कुछ नहीं हुआ। स्थानीय लोगों की मानें तो रजपुरा कालोनी पूरी तरह असुरक्षित हो गयी है। यहां चोरी छिनैती एवं छोटी मोटी वारदातें आम हो गयी हैं। वाहनों के चक्के बैटरी अथवा अन्या उपकरण गायक होते रहते हैं। लोग चोरों की दहशत में हैं। किन्तु पुलिस बेपरवाह है। किशोरी वाली घटना के बाद से स्थानीय लोगों को अपने बच्चों को लेकर भी चिंतायें बढ़ गयी हैं। सवाल यह है कि आखिर पुलिस चुप क्यों है। और न ही अराजकतत्वों पर अंकुश लगा पा रही है।