हथियार बनी राजनीति, दबाव में प्रशासन, चिकित्सकों में आक्रोश,
भदोही। सुनने में यह अटपटा भले लगे किंतु है सच। 10 लाख की रंगदारी न देने पर राजनीति को हथियार बनाया गया। प्रदर्शन से दबाव में आए प्रशासन को मजबूरन चिकित्सक के खिलाफ भी मामला दर्ज करना पड़ा। इस घटना से लोग जहां हैरत में हैं, वहीं चिकित्सकों में आक्रोश व्याप्त है। मजे की बात तो यह कि रंगदारी के लिए जिस महिला मरीज की मौत का बहाना बनाया गया। उस महिला के परिजन खुद चिकित्सक को निर्दोष बताते हैं। बावजूद इसके महिला के कथित भाई और उसके कुछ साथियों ने महिला की मौत के बदले चिकित्सक से 10 लाख के रंगदारी का दबाव बनाया। इनकार करने पर अस्पताल में तोड़फोड़ और चिकित्सक के साथ मारपीट की। इसके खिलाफ अपनी सुरक्षा में चिकित्सक कुछ कर पाता, इसके पूर्व ही राजनीति शुरू कर दी। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन और राजनीतिक दबाव में आए प्रशासन को उल्टे चिकित्सक के खिलाफ भी मामला दर्ज करना पड़ा।
मामला दुर्गागंज थाना क्षेत्र के एक गांव का है। कई माह पूर्व कुछ समय प्रसव से प्रभावित एक महिला को अचानक पेट दर्द और रक्त स्राव शुरू हुआ। स्थित दयनीय होने पर परिजन उसे सुरियावां स्थित एक अस्पताल में लाए। देखते ही चिकित्सक हाथ उठा दिया और कहीं अन्यत्र ले जाने का सुझाव दिया। परिजन उसे लेकर भदोही आए। यहां अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही महिला की मौत हो गई। इसकी सूचना महिला के मायके वालों को दी गई।
बताया गया कि महिला का मायका रामपुर थाना क्षेत्र के भदोही रोड स्थित एक गांव में है। महिला के परिजनों और मायके वालों की मौजूदगी में मृत महिला का दाह संस्कार हुआ। सब कुछ सामान्य था। इसी बीच मृतका का कथित भाई विपिन दुबे अपने अन्य साथियों के साथ सुरियावा अस्पताल पहुंचा और बहन की मौत का जिम्मेदार चिकित्सक को बताते हुए 10 लाख रंगदारी की मांग करने लगा। चिकित्सक द्वारा इंकार करने पर अस्पताल में तोड़फोड़ और चिकित्सक के साथ धक्का-मुक्की भी की गई। चेतावनी दिया कि यदि 10 लाख मिले तो उसके खिलाफ रोगी को जहर देकर मारने का आरोप लगेगा। उसे झूठे मामलों में फंसाया जाएगा। इस चेतावनी के बाद भी चिकित्सक को न झुकते देख चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज कराने का दबाव बनाया जाएगा। परिजनों की चुप्पी और बाहरियों की सक्रियता से सशंकित पुलिस से कोई तवज्जो मिलती है मामले को राजनीतिक रंग दे दिया गया। रामपुर क्षेत्र के कुछ कथित युवा नेताओं के साथ भदोही जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ। राजनीतिक दबाव में आए प्रशासन ने चिकित्सक के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया। किंतु इससे चिकित्सकों में आक्रोश है। घटना 8 जून की बताई गई है चिकित्सक के खिलाफ सुरियावा थाने में मामला 13 जून को दर्ज किया गया है। पता चला है कि दर्ज मामले के खिलाफ चिकित्सकों की लामबंदी भी शुरू हो रही है। चिकित्सक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।