Home भदोही मुख्यमंत्री जी! भदोही जिले के कारागार में कैदी सुरक्षित नही

मुख्यमंत्री जी! भदोही जिले के कारागार में कैदी सुरक्षित नही

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जेल प्रशासन पर खड़ा हुआ सवालिया निशान ?

भदोही : उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित ज्ञानपुर जिला जेल में शुक्रवार को विचाराधीन बंदी फिरोज हाशमी (22) ने शौचालय की खिड़की में गमछे के सहारे लटकता मिला । इस घटना को लेकर जेल प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। घटना की जानकारी होते ही जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने घटना स्थल का जायजा लिया। जेल अधीक्षक अमृता सिंह की उपस्थिति में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

जानकारी के अनुसार वाराणसी जनपद के भगतुआं चोलापुर निवासी फिरोज हाशमी अपने भाइयों के साथ औराई कोतवाली क्षेत्र के बाबूसराय में रहता था। औराई पुलिस ने तीन अगस्त को अवैध शराब रखने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। विधिक प्रक्रिया पूरी करते हुए चार अगस्त को उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। परिवार की ओर से जमानत प्रार्थना पत्र न दिए जाने से उसे जेल भेज दिया गया था। उसके खिलाफ वाराणसी जनपद में भी मामले दर्ज थे।

वाराणसी जिला जेल में भी निरुद्ध रह चुका है। शुक्रवार को सुबह जब गिनती होने लगी तो बंदी फिरोज हाशमी अनुपस्थित मिला। इसकी जानकारी होते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन जेल पुलिस उसकी तलाश जारी कर दी। इसी बीच उसका शव पुराने शौचालय की खिड़की में लटकता मिला।अंदर का ²श्य देख जेल प्रशासन की हवाइयां उड़ने लगी। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि फिरोज हाशमी नामक बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।बताया कि मामला न्यायिक प्रक्रिया की है तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जाएगी। घटना की जानकारी होते ही परिवार के लोग भी ज्ञानपुर पहुंच गए

जेल प्रशासन पर सवालिया निशान

भदोही जिले में स्थित ज्ञानपुर कारागार में एक कैदी फाँसी लगा लिया । आखिरकार युवक फाँसी के लिए गमछा कहा से पाया । क्या जेल प्रशासन मीडिया को गुमराह कर रहा है

जेल कारागार में हत्या या आत्महत्या

जी हाँ जब सवालिया निशान ये उठते है कि अभी युवक चार दिन पूर्व ही जेल भेजा गया । लेकिन वह 4 दिन में ही आत्म हत्या क्यो करेगा । क्या उसकी हत्या जेल में ही कर दी गयी?

शौचालय में कैसे लगाई फांसी ?

जी हां जब भदोही जिले में स्थित ज्ञानपुर कारागार मैं एक युवक ने शौचालय में लगा लिया फांसी लेकिन यह समझ में नहीं आता की गमछा का दूसरा सिरा शौचालय के लगे लोहे के रोड में लटका था आखिर गमछे की क्या लंबाई थी गमछा जेल प्रवेश द्वार पर जाते ही अभियुक्त से जमा करा लिया जाता है क्या जब शराब बरामद हुई थी तो उसी गमछे में बनी थी कि पुलिस जेल ले जाते समय गमछा खरीदने के लिए कहा था आखिर शौचालय में लगे लोहे के रॉड की उचाई कितनी थी आखिर युवक ने किसके दबाव में आकर लगाई फाँसी क्या यह हत्या तो नहीं ।

परिजनो को शव दिखाए बिना क्यो हुआ पोस्टमार्टम !

जब जिला कारागार में 4 दिन पूर्व गिरफ्तार हुए कैदी ने शुक्रवार को फांसी लगा लिया ऐसे में फिरोज हाशमी उम्र 22 वर्ष जिसकी 4 दिन पूर्व शराब के मामले में उसे जेल भेजा गया था जब उसने शौचालय में आत्महत्या की तो पोस्टमार्टम से पहले परिजनो को शव क्यो नही दिखाया गया । भदोही की पुलिस क्या इतनी जालिम है भदोही की पुलिस क्या छुपा रही है । मृतक के मां बाप को भी शव नही दिखया गया । इतनी जालिम है भदोही की पुलिस आखिर क्या छुपाना चाहती थी । क्या यह हत्या है या आत्महत्या ?

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