Home खास खबर उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर मुम्बई में हुआ दो प्रदेशवासियों का संगम

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर मुम्बई में हुआ दो प्रदेशवासियों का संगम

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२४ जनवरी की शाम मुंबई के लायंस क्लब मैदान, मिलन सबवे,सांताक्रुज स्थान पर रंगारंग लोकगीतों के साथ तथा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल महामहिम राम नाईक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशिष शेलार की उपस्थिति में भव्यता से ३१ वां उत्तर प्रदेश दिवस मनाया गया।

अभियान संस्था और राज्यमंत्री अमरजीत मिश्रा द्वारा आयोजित इस उत्तर प्रदेश दिवस के उक्त अवसर पर महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों की भूमिका को पेश करते हुए प्रसंशा की और बधाई दी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि उनकी सरकार में साढे चार वर्षों में किसी में भी उत्तर भारतीयों को धमकाने की हिम्मत नहीं है। क्योंकि जो लोग उत्तर भारतीयों को धमका रहे थे, हमने उन्हें उनकी जगह दिखा दी।ज्ञात हो कि कुछ लोग मुंबई में रह रहे उत्तर भारतीयों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इन कटु शब्दों में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसी का नाम लिए बगैर अपनी बात रखी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तर भारतीय जनमानस के सामने उत्तर भारतीयों के महाराष्ट्र में उनके योगदान की सराहना की। कहा ‘उत्तर भारतीय अब मुंबईकर हैं’ आज उत्तर भारतीय मुंबई के हो गए हैं। महाराष्ट्र के विकास में उत्तर भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश कई वर्षों से महाराष्ट्र में मनाया जा रहा है। लेकिन पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुंबई में इस कार्यक्रम में आए हैं। पूरे देश में मराठी लोगों की तरह उत्तर भारतीय भी हर राज्य में है, प्रधानमंत्री की एक भारत श्रेष्ठ भारत के विचार पर हम चल रहे है, कुछ लोग उत्तर भारतीय समुदाय को धमकाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन साढे चार साल में किसी ने भी इन लोगों को धमकी देने की हिम्मत नहीं की, मुुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपन भाषण में महाराष्ट्र राज्य के लोगों को प्रयागराज में चल रहेवअद्वितीय, अनुपम कुंभ में आने का न्योता दिया साथ ही उन्होंने कुंभ श्रद्धालुओं को लुप्तप्राय हो चुकी सरस्वती नदी तथा मुगलकाल में धार्मिक संस्कृती नष्ट करते हुए नष्ट नहीं हो सके प्राचीन अक्षयवट वृक्ष के भी दर्शन के लिए खोल दिया , उन्होंने कहा कि अब तक के दो शाही स्नान में ही ३.५ करोड़ श्रद्धालुओं ने पूर्ण डुबकी लगाई क्योंकि सरकार के सर्वोत्तम प्रयास से गंगा-यमुना स्वच्छ और निर्मल ही के साथ साथ पर्याप्त पानी भी है, भी महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाता है परन्तु उनकी सरकार बनने के बाद पहली बार राज्यपाल राम नाईक के मार्गदर्शन में लखनऊ में महाराष्ट्र-उत्तर प्रदेश की संस्कृति और अध्यात्म का समन्वय कर गीत रामायण का आयोजन किया चार दिवसीय अप्रवासी भारतीय महोत्सव २०१९ का धर्म नगरी काशी में संपन्न हुआ जिसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक संस्कृतियों, संस्कारों की जानकारी आदान प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्गार में महाराष्ट्र में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के नागपूर की दीक्षाभूमी और दादर के चैत्यभूमी को ऐतिहासिक विकास पर प्रशंसा की साथ ही सुरक्षा के प्रति अपनी खुशी जाहिर की क्योंकि कुछ दिन पहले आतंकवादी तत्व कुंभ में आतंक फैलाने के मकसद से एटीएस महाराष्ट्र द्वारा पकडा़ गया था, उन्होंने यह भी कहा कि यदि आप से छुट जाते तो प्रदेश की सीमा पर ही उनको उनकी जगह दिखा दी जाती हमने प्रदेश में कोई भी असामाजिक तत्वों को उनके अंजाम तक ले जाने का संकल्प किया है सूबे में सरकार बनने के साथ हमने जाति धर्म की राजनीति नहीं की जिससे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास पर काम कर रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के छत्रपती शिवाजी महाराज के छत्रपती बनने के लिए बनारस के गागा भट्ट को चुनने और उनके द्वारा हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक को छत्रपती बनाने पर योगदान को याद किया, उन्होंने यह भी कहा श्री राम महाराष्ट्र के पंचवटी नाशिक में काफी समय बिताया और यहीं से वे युवराज राम से मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने, पंचवटी से माता सीता का अपहरण की लीला उन्होंने साधु संतों के कल्याण और दीन, बनवासी, गीरवासी लोगों के साथ रावण को हराया प्रभु राम अयोध्या या मिथिला की मदत न लेते हुए सामान्य लोगों को साथ लिया और रामराज्य स्थापित किया। सरकार भी इसी प्रकार कार्य कर रही है, अंतिम जनसामान्य तक योजनाओं और सबसिडी पहुंचा कर रामराज्य तथा शिवराज्य लाना चाहती है।

अंत में अध्यक्षीय सन्मान मूर्ती महामहिम राम नाईक ने अपने अभिभाषण में कहा कि दोनों सरकारें बहुत अच्छा काम कर रही है और योगी सरकार बनने के बाद ६९ सालों बाद पहली बार लखनऊ में बृहत् रूप से उत्तर प्रदेश दिवस मनाया गया, उनके राज्यपाल कार्यकाल में पहले दिन से ही राजभवन में जनता दरबार लगाने का कार्य किया गया जिसमें अब तक १ लाख ८० हजार लोगों ने मुलाकात की, उन्होंने कहा कि मराठी लोगों ने उत्तर भारतीयों की संस्कृति तथा उत्तर भारतीय महाराष्ट्र की संस्कृति को अपना कर वहीं स्थापित हो गए जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पनाओं को साकार कर रहा है।

इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-दूसरे को अलग तरीके से बधाई दी। देवेंद्र फडणवीस ने योगी को लोकमान्य तिलक की पगड़ी पहनाई, जबकि योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री को मदन मोहन मालवीय की पगडी प्रदान की।
इस रंगारंग लोकसंगीत में पद्मश्री मालिनी अवस्थी, अभिनेता रवि किशन, दिनेश लाल यादव “निरहुआ”, सुरेश शुक्ला, राधा मौर्य, अमरजीत यादव, अभिनेत्री प्रीति शुक्ला ने अपने लोकगीत-संगीत से मंत्रमुग्ध कर दिया व नृत्य नाटिका माँ दुर्गा भी पेश किया गया।

अभियान के संस्थापक अध्यक्ष अमरजीत मिश्रा ने बताया कि समाज में अपने अच्छे योगदान के लिए प्रति वर्ष दिया जाने वाले कई विधाओं के सन्मान पुरस्कार डॉ. राजेन्द्र सिंह, राकेश सिंह, डॉ. राममनोहर त्रिपाठी पुरस्कार नवभारत के पत्रकार विमल मिश्रा, उत्तर शिक्षा पुरस्कार आर. एल. यादव को, बांकेलाल तिवारी पुरस्कार आर. आर. तिवारी को, बाबू नाहर सिंह पुरस्कार आनंद सिंह को, धर्मवीर साहित्यकार पुरस्कार शशिकला को, मालिनी अवस्थी, रवि किशन, संजीव गुप्ता तथा नालासोपारा में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले लल्लन तिवारी आदि को माननीय मान्यवरों के हाथों प्रदान किया गया।

भांडुप में अभियान द्वारा संयोजित व संदेश फाउंडेशन आयोजित प्रतिवर्ष के कजरी कार्यक्रम कराने वाले संदेश फाउंडेशन के संजय शर्मा ने बताया कि अभियान संस्था और अमरजीत मिश्रा विगत ३० वर्षों से अनवरत २४ जनवरी को इसी मैदान पर उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन करते चले आ रहे हैं। मंच संचालन हास्यकवि महेश दुबे ने किया।

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