अयोध्या मामले के फैसले की घडी लगातार नजदीक आ रही है। जिसको लेकर पूरे देश में अलर्ट है। पुलिस प्रशासन लगातार शान्ति समितियों की बैठक करके न्यायालय के फैसले का सम्मान करने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। और यह भी देखने को मिल रहा है कि इन बैठकों में सभी धर्मों के संभ्रांत नागरिक सम्मिलित होकर फैसले के बाद किसी भी तरह की अमन शान्ति न बिगडे आपसी प्रेम व सौहार्द बना रहे सब इस पर अपनी सहमति जता रहे है। वैसे भारत विश्व में इसलिए भी जाना जाता है कि यहां की अनेकता में एकता एक खास पहचान है जो पुरे विश्व के किसी अन्य देश में देखने को नही मिलता है। भारत एक ऐसा देश है जहां पर कई भाषा, कई धर्म, कई सम्प्रदाय, अलग अलग खान-पान, रंग-रूप, रहन-सहन है फिर भी लोग एक है। भारत के विभिन्नता की झलक गणतंत्र दिवस और स्वतन्त्रता दिवस पर दिल्ली परेड में पूरा देश देखता है। जो विश्व में किसी अजूबा से कम नही है।
भारत मे आज भी ऐसे लोग है जो केवल अपनी जिन्दगी को देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखने में समर्पित कर दिए है। आज भी बहुत मुस्लिम है जो हिन्दू पर्वों को बहुत ही श्रद्धा व प्रेम से मनाते है। वही कई हिन्दू भी है जो मुस्लिम त्योहार को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाए है। भारत की यह एकता पुराने समय से कायम है और आने वाले भविष्य में भी कायम रहेगा क्योकि कुछ अराजक व समाज द्रोहियों की वजह से समाज में इधर उधर की घटनाएं होती है जो केवल अपवाद स्वरूप है। भारत में हमेशा से गंगा जमुनी तहजीब देखी गई को समाज और देश को मजबूती प्रदान करने में सहायक सिद्ध हुई। वैसे भारत में एक चीज और खास है कि यहां न्यायालय के आदेश का सम्मान करना धर्म जैसा है। भारत में न्यायालय के आदेश व फैसले को लोग बडे ही श्रद्धा व विश्वास के साथ मानते है। लोग न्यायालय के सम्मान पर अंगूली उठाना पाप समझते है। इसी वजह से भारत की न्यायपालिका बहुत ही मगबूत स्तर पर है। भारत की न्यायपालिका ने आजतक जितने भी फैसले हुए उन सभी का पालन पुरे देश के लोगों ने बडे ही सम्मान के साथ किया। और भविष्य में आने वाले किसी भी फैसले का सम्मान देश का हर नागरिक सहज रूप से करेगा। जो न्यायालय के सम्मान में बढोत्तरी करेगा।
अयोध्या मामले पर केवल भारत की नही अपितु पूरे विश्व की नजर है और कुछ अराजक तत्व है जो भारत की एकता पर अपनी कुदृष्टि डाले हुए है। और उनकी मंशा है कि भारत में अयोध्या मामले पर अशान्ति फैलाई जाए लेकिन देश की खुफिया तन्त्र, पुलिस, सेना व प्रशासन इतना मुस्तैद है कि उनके इरादों को कामयाब होने नही दिया जायेगा। और इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका में है आम नागरिक। न्यायालय के फैसले के बाद यदि आम नागरिक न्यायालय के फैसलों को मानकर अपना सामान्य कार्य करता रहा तो कोई अशान्ति की बात ही नही है। कुछ अराजक तत्व सच में चाहते है कि समाज में अशान्ति रहे और वे अपना उल्लू सीधा करें लेकिन अब लोग शिक्षित व सभ्य है। सभी को देश की प्रमुख समस्याओं से निजात मिलने की मंशा है न कि देश में धार्मिक उन्माद में सम्मिलित होने की मंशा। देश का हर नागरिक शान्ति चाहता है और अपना विकास करना चाहता है किसी के पास फालतू कार्य करने का समय नही है। सभी देश के शान्ति पसन्द लोग देश की तरक्की व शान्ति चाहते है। हम सबको मिल कर देश की एकता अखण्डता व भाईचारा बनाएं रखने में सहयोग करना चाहिए।