मुंबई। मीरा भयंदर महानगर पालिका में विरोधी पक्ष नेता नगरसेवक प्रवीण मोरेश्वर पाटिल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके मीरा भायंदर के क्वारंटाइन केंद्रों तथा कोविड-19 अस्पताल में फैली दुर्व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यहां प्रशासन तथा सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों के बीच उचित तालमेल न होने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों तथा क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों के लिए सुविधाओं का नितांत अभाव है। न तो उन्हें समय पर नाश्ता दिया जा रहा है और ना ही गर्म पानी। साफ-सफाई में भारी कमी है। डॉक्टरों की घर-घर जांच करने वाली टीम नदारद है। लोगों को सही निर्देश नहीं मिल रहा है। बहुत सारे लोग अपने घरों में ही कोरेंटिन कर रहे हैं। प्रवीण पाटिल के अनुसार जनप्रतिनिधियों की ना तो राय ली जा रही है और ना उनका सहयोग।
ऐसे में प्रशासन की मनमानी के चलते आम जनता लगातार परेशान है। भारत रत्न भीमसेन जोशी कोविड-19 अस्पताल में मरीजों का बुरा हाल है। उन्हें न तो विटामिन सी की गोलियां दी जा रही है और ना ही उनके खाने पीने की उचित व्यवस्था है। अस्पतालों और क्वारंटाइन सेंटरों में व्याप्त दुर्व्यवस्था के चलते कोरोना के संदिग्ध मरीज घर में ही रहने को विवश है। संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट पांच-छह दिन बाद आती है। तब तक कुछ लोगों को भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। प्रवीण पाटिल ने कहा कि संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच रैपिड एंटीजन स्टेट किट द्वारा की जानी चाहिए इसकी रिपोर्ट आधे घंटे में ही प्राप्त हो जाती है।