क्राइम ब्रान्च ने एक सप्ताह के अंदर हत्यारे की गर्दन दबोची, बड़ा खुलाशा
भदोही में एक सप्ताह पूर्व दुर्गागंज थाना क्षेत्र के कुढ़वा पुलिया के पास मिली सर कटी लाश का खुलाशा क्राइम ब्रान्च ने रविवार को कर दिया। भदोही में क्राइम ब्रान्च द्वारा अपराध के बाद हो रहे परत दर परत खुलाशे से अपराधियों में दहशत व्याप्त है। इस मामले में पुलिस ने पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि नहर पुलिया के पास मिली सर कटी लाश के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गयी थी। जो अज्ञात शव मिला था उसकी उम्र 20 से 22 साल के लगभग थी लेकिन आसपास के लोगों द्वारा शिनाख्त न होने से पुलिस के समक्ष एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गयी थी। जिसके खुलाशे के लिये पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल ने भदोही क्राइम ब्रान्च पर ही भरोसा जताया और क्राइम ब्रान्च की टीम ने एसपी के भरोसे को कायम रखा और असंभव से लग रहे इस केस को एक सप्ताह के अंदर हल कर दिया।
जांच के दौरान शव की शिनाख्त हजारी सरोज पुत्र समरजीत सरोज निवासी अवरता चेरिया थाना हंडिया जनपद इलाहाबाद के रूप् में किया। इसके बाद क्राइम ब्रान्च को जांच करने का रास्ता भी सूझने लगा। बारीकी से से जांच करने और घरातलीय सूचनाओं के आधार पर इस घटना में शामिल पांचो अभियुक्तों को गिरफ्त में ले लिया गया।
अभियुक्तों ने पूछताछ में कबूल किया कि हमलोग आपस में दोस्त हैं और राजू सरोज के कहने पर रवि की हत्या की। दरअसल राजू 3 बच्चों की विधवा मां मंजू नामक औरत से प्यार करता था। मंजू उसी गांव की रहने वाली थी जां का रवि था। इसी बीच रवि ने मंजू से कोर्ट में शादी कर ली। किन्तु शादी के बाद भी मंजू का संबंध राजू से बना रहा। जिसका शक रवि को हो गया था।इसलिये वह मंजू को सूरत लेकर जाने की तैयारी में लग गया जिसकी भनक राजू को लगी तो वह मंजू को सूरत जाने के लिये मना करने लगा किन्तु मंजू ने कहा कि जब शादी हुई है तो जाना ही पड़ेगा। मंजूू बोली कि यदि रवि नहीं रहेगा तो तुम्हारे साथ रह सकती हूं। तभी राजू ने रवि को मारने का प्लान बना लियां।
14 जून को राजू ने रवि को नउआपुर की एक बारात में ले गया और वहीं पर अपने दोस्तों को बुला लिया। राजू के दोस्त बारात में एक बोलेरा गाड़ी से पहुंचे और रवि को मुर्गा खिलाने के बहाने लेकर चले गये। रास्ते में जाते समय तमंचे से उसके सिर पर वार कर दिये और उसका गला घोंट कर मार डाले। कोई शक न रहे इसलिये गले को ब्लेड से काट भी दिया। तत्पश्चात शव को पुलिया के नीचे छुपा दिया गया।
इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती शव की शिनाख्त करना था, क्योंकि घटनास्थल से मृतक का घर काफी दूर था। लेकिन भदोही की क्राइम ब्रान्च की टीम को कोई केस हल करने के लिये मिले और क्राइम ब्रान्च उसे कर न पाये यह तो असंभव है। भदोही में हुये अपराध को परत दर परत यदि खोलकर अपराधियों को सलाखों के पीछे फेंका जा रहा है तो इसमें क्राइम ब्रान्च की सशक्त टीम का योगदान है। पुलिस अघीक्षक सचिन्द्र पटेल ने क्राइम ब्रान्च को 10 हजार नकद पुरस्कार देने की घोषणा है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में राजू सरोज पुत्र रोशन लाल सरोज निवासी कटहरा (मसहङी) थाना सराय ममरेज जनपद इलाहाबाद, बिपिन सरोज पुत्र राजीत राम सरोज निवासी रस्तीपुर थाना सराय ममरेज जनपद इलाहाबाद, विकास सरोज पुत्र राधेश्याम सरोज निवासी रस्तीपुर थाना सराय ममरेज जनपद इलाहाबाद, संजय यादव पुत्र सुरेश यादव निवासी बजती थाना सराय ममरेज जनपद इलाहाबाद, मन्जू देवी पुत्री त्रिलोकी नाथ भारती निवासी कसेरुआ कला सहसो थाना सराय इनायत जनपद इलाहाबाद हैं, जबकि भोला यादव पुत्र पन्चू यादव निवासी नेदुला थाना सराय ममरेज जनपद इलाहाबाद, मुलायम विन्द पुत्र बब्बे विन्द निवासी नेदुला थाना सराय ममरेज जनपद इलालाबाद शामिल हैं।
इस खुलाशे में प्रभारी स्वाट टीम अजय सिंह, का0 सचिन झाँ, का0 इन्दु प्रकाश , का0 सर्वेश राय , का0 मेराज अली, का0 अनिरुद्ध सिंह, का0 अजय यादव, का0 चा0 सुभाष सिंह, ( क्राइम ब्रान्च ) व प्रभारी निरीक्षक भैया छविनाथ सिंह , का0 राजकुमार यादव, का0 संजय चौरसिया थाना दुर्गागंज ।
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