मुंबई – पश्चिमी उपनगर के मालाड में बसा कोशिश स्कूल फॉर डेफ स्कूल भी नवरात्रि के अवसर अद्भुत छटा से रंगीन हो जाता है। यहां ऐ बोल नहीं सकते तो वो सुन नहीं सकते लेकिन आपसी सामंजस्य ऐसा कि देखने के बाद हर कोई बोल पड़ता वाहह।
कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, शुक्रवार के दिन कर्णबधिर बच्चों व उनके पालकों के लिए गरबा नृत्य व थाली सजाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें सभी धर्म के पालकों ने बडे उत्साह के साथ हिस्सा लिया था।
कर्णबधिर बच्चों ने अप्रतिम गरबा नृत्य पेश किया, जिसे देखने वालों की नजरें टिकी की टिकी रह गई। मुख्याध्यापिका श्रीमती देवयानी यशवंते ने बच्चों के साथ पालकों को व वर्ग शिक्षकाआें को भी उपहार देकर गौरवान्वित किया।
हमार पूर्वांचलसामाजिक कार्यकर्ता दिलीप दुर्गे ने स्नेह भोजन के लिए केटर्स आशिष भाई कहें या झिल गडा सबके सहयोग के प्रति आभार जताया। सभी धर्म अभिभावक एक साथ जब यहां गरबा की धून पर झूम रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि मानों यहां जैसे यहां नवरात्रि में सांस्कृतिक गंगा बह रही हो।