ठाणे। भारतीय जन भाषा प्रचार समिति ठाणे एवं महफिल-ए-गज़ल साहित्य समागम के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार 2 नवम्बर 2019 को मराठी ग्रंथ संग्रहालय ठाणे (पश्चिम) दीपावली स्नेह काव्योत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ गज़लकार दीक्षित दनकौरी जी विद्यमान थे, विशिष्ट अतिथियों में मंच की अध्यक्षता कर रहे शीतला प्रसाद दुबे (अध्यक्ष- महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी), लक्ष्मण प्रसाद दुबे, हरजिंदर सिंह सेट्ठी, गुलशन मदान, प्रमोद कुमार कुश एवं सम्मान मूर्तियों में वरिष्ठ गीतकार भुवनेन्द्र सिंह विष्ट, नरेन्द्र सिंह गहरवार, दिनेश पाठक मुख्य रूप से उपस्थित थे।
उक्त समारोह का मंच संचालन मुंबई के सुप्रसिद्ध गीतकार, एडवोकेट राजीव मिश्रा एवं आर पी सिंह रघुवंशी ने बड़ी तन्मयता से सभी श्रोताओं को अपने शब्दों से मंत्रमुग्ध कर दिया। उपस्थित सभी अतिथियों का संस्था ने शाल, श्रीफल व प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया। तत्पश्चात महफ़िल ए गज़ल साहित्य समागम के द्वारा हिन्दी साहित्य में अतुलनीय योगदान के लिए विनय शर्मा दीप को “साहित्य नीरज सम्मान-2018 एवं सुश्री आर जे आरती सैया “हीरांशी” को महादेवी वर्मा साहित्य सम्मान-2018 से सम्मानित किया गया।
इस समारोह का दायित्व एड. राजीव मिश्रा एवं संतोष सिंह ने बखूबी निभाया और समारोह को सफल बनाया। समारोह को अति उत्तम व भव्य बनाने का श्रेय सम्माननीय रामप्यारे सिंह रघुवंशी (अध्यक्ष-भारतीय जनभाषा प्रचार समिति ठाणे), संतोष सिंह (सदस्य-महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी) व राज शुक्ला “नम्र” (अध्यक्ष- महफ़िल ए गज़ल साहित्य समागम) को जाता है।
दीपावली काव्यसंध्या में मंचस्थ सभी वरिष्ठ साहित्यकारों ने अपनी गीतों, गजलों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह का शुभारंभ वरिष्ठ गीतकार रामस्वरूप साहू के सरस्वती वंदना से हुआ तत्पश्चात कृष्णा गौतम, दिलीप ठक्कर, कमलेश पाण्डेय तरूण, संजय द्विवेदी, नवीन पांडे, एडवोकेट अनिल शर्मा, सब्बीर शेख, त्रिलोचन सिंह अरोरा, कुलदीप सिंह दीप, वफ़ा सुल्तानपुरी, कविता राजपूत, आभा दवे, पूनम खत्री, डाॅक्टर सरिता चौबे, शिल्पा सोनटक्के, उमाकांत वर्मा, अंजनी कुमार द्विवेदी, विधुभूषण त्रिवेदी विधुजी, रामजीत गुप्ता, नागेन्द्र नाथ गुप्ता, ज्ञानेश्वर नाईक, कल्पेश यादव, अश्विन उम्मीद, उमेश मिश्रा, विनय शर्मा “दीप”, अनिल कुमार राही, अश्विनी कुमार यादव, कमलेश यादव, अल्हड़ असरदार, सूर्यप्रकाश शर्मा, सुशील सिंह आदि ने अपनी-अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में संयोजक एडवोकेट राजीव मिश्रा ने उपस्थित सभी साहित्यकारों, श्रोताओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और राष्ट्रीय गीत के साथ समारोह का समापन किया।