कल्याण। पूर्व स्थित साकेत महाविद्यालय के पीछे तरफ रामेश्वरम बिल्डिंग परिसर में स्थापित शिवमंदिर के प्रांगण में 9 नवंम्बर को चल रहे सुबह से ही अखंडरामायण पाठ में शाम तकरीबन 5 बजे के बाद उस समय से सन्नाटे छाने लगे जिस समय से स्थानिक पुलिस दल के अधिकारीगणो ने माईक और साऊंड आदि बंद करने की हिदायते दे डाली।
बता दें कि उक्त सोसायटी के रहिवासीगण जो शनिवार को सुबह से ही भगवान राम के आदर्श पाठो का विभिन्न मंडलो द्वारा किए जा रहे विभिन्न तरह से राग, सुर और अलापो का आनंद लाभ ग्रहण कर रहे थे उसमें शाम के बाद से ग्रहण लग गया। इस बारें में विभिन्न मंडलो के निवेदक और संयोजक श्री सुशील मिश्रा के तरफ से जानकारी मिली कि इस अखंडरामायण पाठ के आयोजन का कार्यक्रम महीनो से निर्धारित था जबकि अचानक शुक्रवार की रात टेलिविजन पर प्रसारित होनेवाले अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमी विवाद के फैसले की जानकारी जब शनिवार को सुबह 10.30 बजे होने की मिली तभी हमने विभिन्न मंडलो के कलाकारगणो को आमंत्रित करने की कटौती का निर्णय ले लिया था फिर भी वहां पर उपस्थित और आ चुके मंडल के कलाकारगणो की मनाही नही कर सकें। क्योकिं कार्यक्रम को रद्द कर देने से विभिन्न मंडल सदस्यगणो के कोपभाजन का भी भय था। इस कारण उस कार्यक्रम में पहुँचे पुलिसदलो की हिदायत पर बगैर माईक, साऊंड और ढोल वादन के किसी भी तरह वाचन प्रक्रिया के माध्यम से दूसरे दिन इस आयोजित अखंडरामायण पाठ का समापण कराया गया।
बतातें चलें कि देर शाम जब पुलिस दल पहुँची थी उस समय घंटो पहले से कल्याण पूर्व का सुप्रसिद्ध मंडल मानस मंडल अपनी सेवाँए दे रहा था जो तकरीबन और दो घंटे अपनी सेवाँए देनेवाला था परंतु साऊंड और माईक आदि धीमी अथवा बंद करा दिए जाने के कारण शाम तकरीबन 6.30 बजे से चलता बना कारण कि शास्त्रीय धुन पद्धती से किए जानेवाले अपने गायन,भजन तथा पाठ आदि के गुणो में किसी भी वाद्य यंत्रो की कमी से समझौता कर लेना इस मंडल के वसूलो के खिलाफ माना जाता है।